पटना (ब्यूरो)। नवंबर माह अब समाप्त होने को है और पटना में ठंड का असर इस बार बेअसर सा लग रहा है। बीते वर्ष ठीक इसी समय स्थिति अलग ही थी, तब ठंड ठीक से महसूस किया जा रहा था। इस बार स्थिति भिन्न है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान भी फेल हो गया है। बताया गया था कि कड़ाके की ठंड पड़ेगी लेकिन सामान्य ठंड भी नहीं है। लेकिन वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर ज्यादा नहीं होने से ठंड बेअसर है। अभी दिन और रात के तापमान में करीब 18 डिग्री का अंतर रह रहा है। मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान में बताया गया है कि अगले 24 घंटे में तापमान में बहुत अंतर की गुंजाइश नहीं है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यदि अधिकतम और न्यूनतम दोनों ही तापमान में धीरे-धीरे गिरावट हो तो ठंड का असर पता चलता है। ऐसा इस बार नहीं दिख रहा है।

दो बड़े फैक्टर हैं वजह
नवंबर माह बीतने को है और ठंड का असर अब तक नहीं दिख रहा है। इस बारे में इंडियन मेट्रोलॉजिकल सोसाइटी, बिहार के अध्यक्ष प्रो। प्रधान पार्थ सारथी का कहना है कि ठंड के दिनों में टेम्प्रेचर डाटा का विस्तृत अध्ययन किया गया है। इसके आधार पर यह कहा जा सकता है कि टे्रम्प्रेचर राइजिंग का ट्रेंड है। इसे ग्लोबल वार्मिंग और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर कहा जा सकता है। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर ही ठंड लाता है। हालांकि और भी फैक्टर हो सकते हैं जिससे ठंड का असर प्रभावी तौर पर नहीं देखा जा रहा है। लेकिन प्रमुख तौर पर ये दो बड़ी वजह है।


पटना में अधिकतम और न्यूनतम तापमान डिग्र्री सेल्सियस में
डेट - अधिकतम - न्यूनतम
16 नवंबर - 28.4 - 14.4
17 नवंबर - 29.2 - 14.4
18 नवंबर - 28.5 -14.0
19 नवंबर - 29.2 - 14.2
20 नवंबर - 27.5 - 15.2
21 नवंबर - 29.0 - 18.4
22 नवंबर - 30.1 - 16.0
23 नवंबर- 30.2 - 12.7