पटना ब्यूरो। पटना में तीन जगहों पर प्रस्तावित फाइव स्टार होटल के लीज को लेकर विकास आयुक्त की अध्यक्षता इस माह के अंत तक बैठक होगी। जिसमें लीज की अवधि पर निर्णय होगा। देश के बड़े होटल समूहों और पर्यटन विभाग की ओर से पिछले दिनों एक बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें होटल ताज से लेकर रेडिसन और अंबुजा जैसे होटल समूहों ने हिस्सा लिया था.
लीज अवधि 90 करते ही शुरू होगा कार्य
होटल ताज, रेडिसन, मे-फेयर, चाणक्या, इंटरग्लोब और अंबुजा जैसे होटल समूहों ने पर्यटन विभाग के सचिव को होटल की लीज अवधि को विस्तार करने का आग्रह किया है। होटल प्रबंधकों की माने तो एक फाइव स्टार होटल को खोलने में होटल संचालकों को करोड़ों रुपए इंवेस्ट करना पड़ता है। इवेस्टमेंट के 45 साल के बाद उसका स्वामित्व खत्म हो जाए तो होटल संचालकों को इतना इंवेस्ट करने में दिक्कत होगी। इसलिए 45 साल की जगह लीज की अवधि 90 साल कर दिया जाए जिसके बाद कई लोग इंवेस्ट करने के लिए आगे आएंगे। होटल प्रबंधकों की इस मांग को अधिकारियों ने सरकार पहुंचाने की बात कही थी। इसे लेकर इस माह के अंत तक विकास आयुक्त के साथ बैठक होगी जिसके बाद लीज के अवधि पर निर्णय होगा।
इन जगहों पर होटल बनना है प्रस्तावित
पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शहर के गांधी मैदान के पास स्थित बांकीपुर बस पड़ाव की जमीन पर, आयकर गोलंबर के पास पुराने होटल पाटलिपुत्र अशोक की जमीन पर और आर ब्लॉक के पास सुल्तान पैलेस की जगह पांच सितारा होटल बनाए जाना प्रस्तावित है। होटल निर्माण को लेकर राज्य कैबिनेट से भी मंजूरी मिल चुक है। पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि होटल के टेंडर के लिए नियम, कानून और शर्त निर्धारण की जिम्मेवारी इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास प्राधिकरण को दी गई है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
शहर में तीन फाइव स्टार होटल बनना प्रस्तावित है। इस माह के अंत तक विकास आयुक्त के साथ बैठक होगी, जिसके बाद लीज अवधि पर निर्णय होगा।
- रविशंकर उपाध्याय, पीआरओ, पर्यटन विभाग