-मेडिकल बीमा लागू करने की कर रहे डिमांड

PATNA: वर्तमान में बिहार के सभी सरकारी अस्पताल के कर्मचारी जो संविदा पर हैं, कोरोना पेशेंट केयर में जुटे हैं। लेकिन कोरोना के सेकेंड वेव में तीन की मौत और सैंकड़ों कर्मचारियों के कोरोना से संक्रमित होने के बाद से संविदा (कांट्रेक्ट) पर कार्यरत कर्मचारियों का मनोबल टूट रहा है। बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ ने सरकार को चेताया है कि वे अगले तीन दिन बाद कभी भी काम ठप करते हैं। इससे पहले उनकी मांगों पर विचार किया जाए। मांग है कि मेडिकल बीमा लागू किया जाए। ऐसा न होने पर सामूहिक इस्तीफा दे देंगे।

फ्रंटलाइन के बराबर हो बीमा

बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मचारी संघ के सचिव ललन कुमार सिंह ने बताया कि सभी कर्मचारी स्थाई स्वास्थ्य कर्मियों की भांति ही अपने कार्यो का निवर्हन कर रहे हैं। लेकिन उन्हें मेडिकल बीमा है और संविदा वालों को नहीं। संघ की ओर से सीएम नीतीश कुमार को एक त्राहिमाम पत्र लिखा गया है। इसमें मांग की गई है कि जो मेडिकल बीमा स्थायी स्वास्थ्य कर्मियों को दी जा रही है, वही संविदा कर्मियों को भी दिया जाए। इस संबंध में संघ ने तीन दिन का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा कि बिना बीमा के कर्मचारियों की मौत हो रही है और कोरोना संक्रमण के शिकार भी हो रहे हैं। इससे बचाने के लिए हेल्थ मिनिस्टर मंगल पांडेय से गुहार लगाई गई है।

इलाज के लिए चंदा जुटाया

कैमूर के हेल्थ मैनेजर बीरबल कुमार की मौत कोरोना से हो गई है। इससे संविदा कर्मियों में आक्रोश का माहौल है। संघ की ओर से बताया गया कि इस भीषण त्रासदी में बीरबल कुमार के इलाज के लिए संविदा कर्मियों ने चंदाकर बेहतर इलाज के लिए बनारस के एक हॉस्पिटल में भर्ती करवाया। लेकिन वे कोरोना की जंग हार गए। इसके बाद से ही बीमा की मांग तेज हो गई है।

70 से अधिक संक्रमित

बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ के सचिव ललन कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में तीन कर्मियों की मौत हो चुकी है। इनमें मनोरंजन कुमार, जयंत और बीरबल कुमार की मौत कोरोना से हो चुकी है। इसके अलावा अभी बिहार के विभिन्न जिलों में तैनात 70 हेल्थ मैनेजर अभी संक्रमित हैं। वर्तमान में संविदा पर हेल्थ मैनेजर, डिस्ट्रिक्ट अकाउंटेंट, डीसीएम, डाटा ऑपरेटर, डीपीएम, फैमिली प्लानिंग काउंसलर आदि कई पदों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। सभी स्टाफ कोरोना ड्यूटी पर हैं।

27 हजार कर्मी हैं तैनात

वर्तमान में बिहार भर में संविदा पर तैनात लगभग 27 हजार कर्मचारी विभिन्न अस्पतालों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और इनका कोरोना पेशेंट की देखभाल में बतौर फ्रंटलाइनर महत्वपूर्ण योगदान कर रहे हैं। पटना में करीब 2000 की संख्या में ये सभी पीएमसीएच, एनएमसीएच सहित अन्य हॉस्पिटल्स में कार्यरत हैं। संघ के मुताबिक, प्रदेश स्तर पर कुल कार्यबल का 20 प्रतिशत संक्रमित हो गए हैं।