पहले भी कोर्ट में हुआ था Žलास्ट
इसी मामले में सूचक शशिभूषण सिंह व गवाह मंजीत सिंह को उड़ाने के लिए दो वर्ष पूर्व भी कोर्ट में बम Žलास्ट किया गया था। जिसमें सूचक शशिभूषण सिंह जख्मी हुए थे। शशिभूषण सिंह खुशबू के चचेरा भाई हैं। यह बात खुशबू ने पुलिस को भी बतायी है। कोर्ट में बम Žलास्ट के मामले में शशिभूषण सिंह ने जो प्राथमिकी दर्ज कराई थी उसमें खुशबू के अलावे महेश राय व अन्य लोग भी आरोपित थे। गवाह को मारने की नियत से छपरा कोर्ट में डेढ़ वर्ष पूर्व 19 सितंबर 2014 को बम Žलास्ट किया गया था। सीजेएम कोर्ट के सामने किए गए Žलास्ट में शशिभूषण सिंह जहां मामूली रूप से जख्मी हुए थे। वहीं एक अन्य गवाह बाल-बाल गया था। इस मामले में शशिभूषण सिंह ने नगर थाना कांड 

सं.-277/14 के अन्तर्गत प्राथमिकी दर्ज कराई थी. 
दर्ज प्राथमिकी में उन्होने झौंवा बसंत निवासी अपने चाचा बालेश्वर सिंह व उनकी चार पुत्रियां खुशबू, मधू, कुसुम के अलावे गड़खा थाना क्षेत्र के रामगढ़ा निवासी मंटू राय, जमादार राय, जगन्नाथ राय, लक्ष्मण राय, महेश राय आदि को नामजद किया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके चाचा व चचेरी बहन तिहरे हत्या कांड के आरोपियों की मदद करते हैं और लाइनर का काम कर उनपर जानलेवा हमला करवाया था। खुशबू के इसी बयान के आधार पर पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। हालांकि अन्य कई बिंदुओं पर भी पुलिस तहकीकात कर रही है. 

तिहरे हत्याकांड का है मामला
तिहरे हत्याकांड का मामला चल रहा गवाही में
तत्कालीन सांसद स्व। उमाशंकर सिंह के छपरा स्थित आवास पर हुए तिहरे हत्या कांड का मामला अब गवाही में चल रहा है। यह मामला एडीजे नौ के न्यायालय में सेशन ट्रायल सं.-107/12 के अन्तर्गत कोर्ट में लंबित है। सूत्रों के अनुसार इस मामले में 19 अप्रैल (मंगलवार) को गवाही की तिथि निर्धारित है। पुलिस इस माथा पच्ची में लगी है कि अगर तिहरे हत्या कांड से अगर इसका सूत्र जुड़ा है तो आखिर एक दिन पहले ही क्यों प्लानिंग की गयी। किसको मारने की साजिश थी। खुशबू के बयान पर ही पुलिस की सभी अनुसंधान टिकी है.

जेल भी जा चुकी है खुशबू
सारण  पुलिस कप्तान पंकज कुमार राज ने बताया कि पुलिस मामले की छाानबीन कर रही है। शीघ्र ही सभी तथ्य सामने आ जायेंगे। उन्होंने बताया कि झौंवा बसंत के रहने वाली खुशबू की दुश्मनी अपने चचेरे भाई शशिभूषण सिंह से है। शशिभूषण सिंह द्वारा सोनपुर व नगर थाना में खुशबू के विरुद्ध प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी है। जिसमें खुशबू जेल भी जा चुकी है। बम विस्फोट में जख्मी खुशबू द्वारा पुन: साजिश रची गयी थी। लेकिन, इस साजिश में वह स्वयं ही जख्मी हो गयी। एसपी ने बताया कि संभावना व्यक्त की जा रही है कि तिहरे हत्या कांड की तिथि जो कोर्ट में आज (19 अप्रैल) मुकर्रर  थी, उसी के लिए साजिश रची गयी हो। संभवत: उसे या उसके सहयोगियों को सूचना मिली होगी कि शशिभूषण सिंह या उस केस से जुड़े अन्य लोग आज केस के बाबत जानकारी लेने के लिए आ सकते हैं। इसी सूचना के बाद वह पहुंची थी। लेकिन दुर्घटनावश उसी के पास बम विस्फोट कर गया। एसपी ने बताया कि इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। हालांकि पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस सभी बिंदुओं पर सघन जांच कर रही है. 

परिवार का कोई व्यक्ति साथ नहीं
खुशबू की स्थिति गंभीर है। तीन घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद शाम में उसका एक्स-रे किया गया। फिलहाल वह प्लास्टिक सर्जरी डिपार्टमेंट के अंतर्गत इलाजरत है। मंगलवार को डिपार्टमेंट के वार्ड में एडमिट किया जाएगा। फिलहाल परिवार का कोई व्यक्ति उसके साथ नहीं है. 

अभी बयान दर्ज नहीं 
पीरबहोर थाना की पुलिस ने बताया कि देर रात तक खुशबू का बयान नहीं लिया जा सका है। शाम में भी घटना की जानकारी लेने के लिए पुलिस गई थी लेकिन उस वक्त भी वह बेहोश थी। हालांकि पुलिस का कहना है कि वह इससे पहले भी आपराधिक मामलों में संलिप्त रही है। लेकिन इस मामले का क्या कारण रहा, वह उसके बयान देने पर ही खुलासा हो सकेगा.

पहले भी कोर्ट में हुआ था Žलास्ट

इसी मामले में सूचक शशिभूषण सिंह व गवाह मंजीत सिंह को उड़ाने के लिए दो वर्ष पूर्व भी कोर्ट में बम Žलास्ट किया गया था। जिसमें सूचक शशिभूषण सिंह जख्मी हुए थे। शशिभूषण सिंह खुशबू के चचेरा भाई हैं। यह बात खुशबू ने पुलिस को भी बतायी है। कोर्ट में बम Žलास्ट के मामले में शशिभूषण सिंह ने जो प्राथमिकी दर्ज कराई थी उसमें खुशबू के अलावे महेश राय व अन्य लोग भी आरोपित थे। गवाह को मारने की नियत से छपरा कोर्ट में डेढ़ वर्ष पूर्व 19 सितंबर 2014 को बम Žलास्ट किया गया था। सीजेएम कोर्ट के सामने किए गए Žलास्ट में शशिभूषण सिंह जहां मामूली रूप से जख्मी हुए थे। वहीं एक अन्य गवाह बाल-बाल गया था। इस मामले में शशिभूषण सिंह ने नगर थाना कांड 

 

सं.-277/14 के अन्तर्गत प्राथमिकी दर्ज कराई थी. 

दर्ज प्राथमिकी में उन्होने झौंवा बसंत निवासी अपने चाचा बालेश्वर सिंह व उनकी चार पुत्रियां खुशबू, मधू, कुसुम के अलावे गड़खा थाना क्षेत्र के रामगढ़ा निवासी मंटू राय, जमादार राय, जगन्नाथ राय, लक्ष्मण राय, महेश राय आदि को नामजद किया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके चाचा व चचेरी बहन तिहरे हत्या कांड के आरोपियों की मदद करते हैं और लाइनर का काम कर उनपर जानलेवा हमला करवाया था। खुशबू के इसी बयान के आधार पर पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। हालांकि अन्य कई बिंदुओं पर भी पुलिस तहकीकात कर रही है. 

 

तिहरे हत्याकांड का है मामला

तिहरे हत्याकांड का मामला चल रहा गवाही में

तत्कालीन सांसद स्व। उमाशंकर सिंह के छपरा स्थित आवास पर हुए तिहरे हत्या कांड का मामला अब गवाही में चल रहा है। यह मामला एडीजे नौ के न्यायालय में सेशन ट्रायल सं.-107/12 के अन्तर्गत कोर्ट में लंबित है। सूत्रों के अनुसार इस मामले में 19 अप्रैल (मंगलवार) को गवाही की तिथि निर्धारित है। पुलिस इस माथा पच्ची में लगी है कि अगर तिहरे हत्या कांड से अगर इसका सूत्र जुड़ा है तो आखिर एक दिन पहले ही क्यों प्लानिंग की गयी। किसको मारने की साजिश थी। खुशबू के बयान पर ही पुलिस की सभी अनुसंधान टिकी है।

 

जेल भी जा चुकी है खुशबू

सारण  पुलिस कप्तान पंकज कुमार राज ने बताया कि पुलिस मामले की छाानबीन कर रही है। शीघ्र ही सभी तथ्य सामने आ जायेंगे। उन्होंने बताया कि झौंवा बसंत के रहने वाली खुशबू की दुश्मनी अपने चचेरे भाई शशिभूषण सिंह से है। शशिभूषण सिंह द्वारा सोनपुर व नगर थाना में खुशबू के विरुद्ध प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी है। जिसमें खुशबू जेल भी जा चुकी है। बम विस्फोट में जख्मी खुशबू द्वारा पुन: साजिश रची गयी थी। लेकिन, इस साजिश में वह स्वयं ही जख्मी हो गयी। एसपी ने बताया कि संभावना व्यक्त की जा रही है कि तिहरे हत्या कांड की तिथि जो कोर्ट में आज (19 अप्रैल) मुकर्रर  थी, उसी के लिए साजिश रची गयी हो। संभवत: उसे या उसके सहयोगियों को सूचना मिली होगी कि शशिभूषण सिंह या उस केस से जुड़े अन्य लोग आज केस के बाबत जानकारी लेने के लिए आ सकते हैं। इसी सूचना के बाद वह पहुंची थी। लेकिन दुर्घटनावश उसी के पास बम विस्फोट कर गया। एसपी ने बताया कि इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। हालांकि पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस सभी बिंदुओं पर सघन जांच कर रही है. 

 

परिवार का कोई व्यक्ति साथ नहीं

खुशबू की स्थिति गंभीर है। तीन घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद शाम में उसका एक्स-रे किया गया। फिलहाल वह प्लास्टिक सर्जरी डिपार्टमेंट के अंतर्गत इलाजरत है। मंगलवार को डिपार्टमेंट के वार्ड में एडमिट किया जाएगा। फिलहाल परिवार का कोई व्यक्ति उसके साथ नहीं है. 

 

अभी बयान दर्ज नहीं 

पीरबहोर थाना की पुलिस ने बताया कि देर रात तक खुशबू का बयान नहीं लिया जा सका है। शाम में भी घटना की जानकारी लेने के लिए पुलिस गई थी लेकिन उस वक्त भी वह बेहोश थी। हालांकि पुलिस का कहना है कि वह इससे पहले भी आपराधिक मामलों में संलिप्त रही है। लेकिन इस मामले का क्या कारण रहा, वह उसके बयान देने पर ही खुलासा हो सकेगा।