पटना (ब्यूरो)। बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा शुक्रवार की सुबह बोधगया में विश्वदाय धरोहर महाबोधि मंदिर गए। वहां मंदिर के गर्भगृह में उन्होंने लगभग एक घंटे तक ब्रह्मांड में शांति के लिए भगवान बुद्ध की पूजा-अर्चना की। इसके पहले उन्होंने पवित्र बोधि वृक्ष और महाबोधि मंदिर का अवलोकन कर प्रणाम किया। दलाई लामा ने तिब्ब्त बौद्ध मंदिर से महाबोधि मंदिर तक ई-रिक्शा से जाकर प्रदूषण से बचाव का संदेश दिया। इस दौरान सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई थी।

गया जिला प्रशासन द्वारा उनके मंदिर में प्रवेश की व्यवस्था पश्चिमी मुख्य प्रवेश द्वार से की गई थी। प्रवेश करते ही उन्होंने दोनों हाथ जोड़कर पवित्र बोधिवृक्ष को देखा और कुछ देर मंत्रो'चार किया। उसके बाद वे मंदिर के गर्भगृह में गए, जहां तिब्बती परंपरा के अनुसार भगवान बुद्ध की पूजा की और वहां आसन पर बैठकर लगभग एक घंटे तक मंत्रोचार किया। मंत्रोचार के दौरान पारंपरिक परिधान व टोपी पहने अन्य वरिष्ठ लामा उनका साथ दे रहे थे।

दलाई लामा महाबोधि मंदिर में सुबह आठ बजे पहुंचे और एक घंटे बाद वापस लौटे। इस दौरान मंदिर के बाहर हजारों की संख्या में उनके अनुयायी एक झलक पाने के लिए कतारों में खड़े थे। इस दौरान महाबोधि मंदिर में आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी।