पटना (ब्यूरो)। पटना यूनिवर्सिटी नए प्रोजेक्ट के लिए प्रस्ताव भेजे। सरकार उस पर विचार करेगी, जो भी सहयोग होगा किया जाएगा। ये बातें पटना यूनिवर्सिटी के 106 वें स्थापना दिवस समारोह में शिक्षा मंत्री प्रो। चंद्रशेखर ने कहीं। शिक्षा मंत्री ने यूनिवर्सिटी के स्थापना दिवस पर 62 स्नातक टॉपरों को स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया। इसमें 41 छात्राएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पटना यूनिवर्सिटी ने राज्य को चार मुख्यमंत्री दिए। इसमें श्रीकृष्ण ङ्क्षसह, भागवत झा आजाद, लालू प्रसाद और नीतीश कुमार शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है, इसे वापस दिलाने में सभी को आगे आने की जरूरत है।

पीएचडी छात्रों को मिलेगी स्टेट फेलोशिप : सचिव

राज्य के शिक्षा सचिव असंगबा चुबा आओ ने राज्य में शोध को बढ़ावा देने के लिए पीएचडी के लिए राज्य स्तर पर ही फेलोशिप दिलाने की बात कहीं। कहा कि यूजीसी वर्तमान में कई तरह के फेलोशिप दे रही है। इसके अतिरिक्त राज्य सरकार की ओर से भी फेलोशिप दी जाएगी। इसके लिए जल्द ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष यूनिवर्सिटी का स्थापना दिवस नए भवन में मनाया जाएगा। व्हीलर सीनेट हाल को भी ठीक करेंगे। इंटरनेशनल हास्टल का निर्माण कार्य अगले वर्ष मार्च तक पूरा कर लेंगे। यूनिवर्सिटी की गरिमा को वापस लाने के लिए हर स्तर पर सहयोग किया जाएगा।

बनेगा एकेडमिक प्रशासनिक भवन

कुलपति प्रो। गिरीश कुमार चौधरी ने कहा कि यूनिवर्सिटी में 138.57 करोड़ की लागत से भव्य एकेडमिक और प्रशासनिक भवन का निर्माण किया जाएगा। नए भवन का निर्माण कार्य अगले महीने से शुरू हो जाएगा। ये दोनों भवन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। व्हील सीनेट हाल का स्वरूप भी तीन से चार माह में बदल जाएगा। हम तीन से चार साल में यूनिवर्सिटी की पुरानी गरिमा को वापस लाएंगे। इस वर्ष हम जनरल प्रकाशित करेंगे। इसमें गुणवत्तापूर्ण शोध का प्रकाशन होगा। समारोह में आए अतिथियों का स्वागत प्रति कुलपति प्रो। अजय कुमार ने किया। मौके कुलसचिव कर्नल कामेश कुमार, छात्र कल्याण अध्यक्ष प्रो। अनिल कुमार, कुलानुशासक प्रो। रजनीश कुमार सहित कालेजों के प्राचार्य एवं शिक्षक मौजूद थे।