पटना ब्यूरो। मुंबई में आयोजित हुए ओटीएम में बिहार टूरिज्म के पैवेलियन में बड़ी संख्या में देश और विदेश के टूर और ट्रैवल ऑपरेटर्स से पहुंचे। उन्होंने बिहार टूरिज्म द्वारा किए जा रहे विविध कार्यों, योजनाओं व नीतियों की जानकारी ली और सकारात्मक प्रतिक्रियाएं व्यक्त की। इस क्रम में राजस्थान की उपमुख्यमंत्री सह पर्यटन मंत्री दिया कुमारी भी बिहार पर्यटन के पैवेलियन में पहुंची और बिहार टूरिज्म द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी लेकर शीघ्र ही बिहार में भ्रमण करने का इरादा व्यक्त किया। इस अवसर पर उनको बिहार के पर्यटन निदेशक श्री विनय कुमार राय ने मधुबनी पेंटिंग और मधुबनी पेंटिंग का शॉल भेंट कर स्वागत किया। बिहार से बाहर आयोजित हो रहे इस समारोह में पहली बार बड़ी संख्या में बिहार के ट्रैवल और टूर ऑपरेटर्स भी मुंबई पहुंचे, जहां उन्होंने बिहार आने वाले पर्यटकों को राज्य में पर्यटन के लिए प्रोत्साहित किया और कई सारी बुकिंग भी की। ज्ञात हो कि पर्यटन विभाग ने राज्य के टूर और ट्रैवल ऑपरेटर्स को प्रोत्साहित करने के लिए प्रोत्साहन नीति लाया है जिसमें राज्य के और देश के बाहर पर्यटन आयोजनों में भागीदारी करने पर इंसेंटिव का प्रावधान किया गया है।
पर्यटन निदेशक ने बिहार पैवेलियन में जानकारी लेने आए पर्यटकों को बताया कि बिहार में सिख श्रद्धालुओं का दूसरा सबसे बड़ा तख्त दशमेश गुरु गुरु गोबिंद सिंह जी की जन्मस्थली तख्त श्री पटना साहिब अवस्थित है जहां दुनिया भर से सिख श्रद्धालु पहुंचते हैं और मत्था टेकते हैं। गुरु गोबिंद सिंह जी की जन्मस्थली में न केवल सभी उच्च स्तरीय पर्यटकीय सुविधाएं मौजूद है। अभी गत वर्ष ही प्रकाश पुंज का निर्माण किया गया है जहां गुरु जी की स्मृतियों को संजोया गया है। राजगीर में पहले गुरु गुरुनानक देवजी का आगमन हुआ था जहां शीतल कुंड गुरुद्वारे का निर्माण कराया गया है, इसी प्रकार हमारे यहां बौद्ध सर्किट है, जहां बौद्ध धर्म के प्रवर्तक भगवान बुद्ध के जीवन से जुड़े कई महत्वपूर्ण तीर्थस्थल हैं, जहां दुनिया भर के बौद्ध श्रद्धालु पहुंचते हैं। जैन सर्किट, रामायण सर्किट, सूफी सर्किट और इको सर्किट में बेहतर सुविधाओं के कारण राज्य में लगातार पर्यटकों की संख्या में अभिवृद्धि हो रही है। 2023 में ही 8 करोड़ से ज्यादा पर्यटकों ने राज्य में भ्रमण किया।