PATNA: पटना समेत पूरे प्रदेश में रैपिड एंटीजेन से कोरोना की जांच शुरू होते ही रोज 10 हजार से अधिक सैंपल की जांच होने लगी है। ट्यूजडे को 10018 लोगों की कोरोना जांच की गई। इधर स्वास्थ्य विभाग में हुई समीक्षा बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश दिया कि कोरोना सैंपल के कनेक्शन की व्यवस्था अनुमंडलीय अस्पतालों में भी हो। उन्हाेंने निर्देश दिया कि रैपिड एन्टीजेन टेस्ट किट का भंडारण किया जाए। राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज सह अस्पतालाें में 100-100 आइसोलशन बेड जल्द तैयार किए जाएं।

पटना में रैपिड एंटीजेन टेस्ट शुरू

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस विपदा की घड़ी में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने की दिशा में राज्य सरकार अग्रसर है। साथ ही उन्होंने दुहराया कि बिहार में कोरोना जांच का दायरा प्रतिदिन बढ़ रहा है और यह दस हजार से ज्यादा हो गया है। मंत्री ने निर्देश दिया है कि जांच की इस संख्या को न केवल बरकरार रखी जाय, बल्कि इसको और ज्यादा बढ़ाया जाय। रैपिड एन्टीजेन टेस्ट किट से आधा घंटे में जांच की सुविधा है। ऐसे 40 हजार किट सूबे के अस्पतालों में पहुंचा दिए गए हैं और जांच प्रक्रिया जारी है। उन्होंने स्पष्ट किया गया कि कोरोना से बचाव के लिए जरूरी है सतर्क रहना और सावधानी बरतना। यदि कोई यह सोचता है कि उसे यह बीमारी नहीं होगी तो यह उसकी भूल है। इसलिए मास्क लगाने, एक दूसरे से दूरी बनाये रखने और अनावश्यक रूप से बाहर बाहर नहीं निकलना इस बीमारी के प्रमुख बचाव है।