बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की वापसी के दौरान जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रनवे तक श्रद्धालुओं के पहुंचने की खबरें मीडिया में प्रसारित हुई थीं। डीजीसीए ने इसे एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा मानते हुए जांच का आदेश दिया था। मामले की जांच के लिए शुक्रवार को सीआइएसएफ के डीआइजी सुभाष सिन्हा कोलकाता से पटना पहुंचे। डीआइजी सिन्हा ने उस दिन के सीसी टीवी के फुटेज की गहनता से जांच की।

अधिकारियों से ली जानकारी
17 मई को बाबा धीरेंद्र शास्त्री चार्टर्ड प्लेन से पटना एयरपोर्ट से खजुराहो रवाना हुए थे। उनके विमान के टेकआफ करने से पहले बाबा का दर्शन और उनसे आशीर्वाद लेने के लिए एप्रन पर भक्तों की भीड़ भी पहुंच गयी थी। कुछ चैनलों ने इसकी खबर प्रसारित कर दी जिसके बाद हड़कंप मच गया। इसी की जांच के लिए सीआइएसएफ के डीआईजी सुभाष सिन्हा पटना आए। उन्होंने एयरपोर्ट की सुरक्षा में लगे सीआईएसएफ के अधिकारियों व चार्टर्ड प्लेन की हैंडङ्क्षलग करने वाली कंपनी के अधिकारियों से जानकारी ली।

कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी गई
डीआइजी को हैंडङ्क्षलग करने वाली कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि बाबा का चार्टर्ड प्लेन एप्रन पर था। उस वक्त वहां 55 लोग थे। इसमें विभिन्न एयरलाइंस के कर्मी, हैंडङ्क्षलग कंपनी के स्टाफ के अलावा सीआईएसएफ के जवान, आइबी के स्टाफ व एयरपोर्ट के कर्मचारी आदि शामिल थे। डीआइजी को उस वक्त का फुटेज भी दिखाया गया। सीआईएसएफ ने डीआइजी को बताया गया कि इनमें से कोई भी बाहरी व्यक्ति नहीं था। सबके पास परिचयपत्र था। डीआईजी जांच के बाद दिल्ली स्थित मुख्यालय को रिपोर्ट देंगे। हालांकि इस संबंध में सीआईएसएफ की ओर से कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी गई।