-माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने 11 मार्च को बिहटा में किसान सम्मेलन की घोषणा की

PATNA: सीएम नीतीश कुमार जनता के सवालों पर गंभीर बहस करने से भाग रहे हैं। यदि वे बीजेपी से अलग होने का दावा करते हैं तो उनकी राजनीति भी अलग दिखनी चाहिए, लेकिन हम सब देख रहे हैं कि मोदी सरकार की तर्ज पर ही आज बिहार में तानाशाही का विस्तार हो रहा है। यह बातें भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में कही।

व्यापक स्वरूप ग्रहण कर चुका है आंदोलन

दीपंकर ने कहा कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहा किसान आंदोलन आज व्यापक स्वरूप ग्रहण कर चुका है। माले ने 11 मार्च को बिहटा में किसान सम्मेलन आयोजित करने का फैसला किया है। धान अधिप्राप्ति के सवाल पर राज्य में 11 से 15 मार्च तक किसान यात्रा का आयोजन करने का निर्णय किया है। 18 मार्च को विधानसभा मार्च की योजना बनाई गई है, जिस पर महागठबंधन के दलों से बातचीत चल रही है।