पटना(ब्यूरो)। नौबतपुर के तरेत पाली में चल रहे हनुमंत कथा के दूसरे दिन रविवार को श्रद्धालुओं की अप्रत्याशित भीड़ के कारण बागेश्वर बालाजी धाम के पं। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने समय से डेढ़ घंटे पहले ही समापन कर होटल लौट गए। सोमवार को निर्धारित दिव्य दरबार को भी स्थगित कर दिया। श्रद्धालुओं से नहीं आने और ट्रेन का टिकट रद कराने के साथ ही घर से ही अर्जी लगाने को कहा है। भीड़ के कारण सोमवार को बाबा के आसन तक पहुंचने के लिए लगी सीढ़ी हटाकर काठ से बंद कराया गया था। हालांकि मंच के सामने डी एरिया में सुबह से ही महिलाएं डटी थी।

बीच में रोकना पड़ा कार्यक्रम
भारी भीड़ को देखते हुए पंडाल में ऑक्सीजन की कमी हो रही थी। बीच में ही कार्यक्रम को रोकना पड़ा। भीड़ को देखकर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अनुरोध किया कि आप घर से ही कथा का आनंद उठाएं। कथा के दौरान शास्त्री ने कहा कि चित्र कैसा भी हो चरित्र हमेशा अच्छी होनी चाहिए। धन्य है बिहार की भूमि जहां भगवान राम के नाम की हवा बह रही है। देश के दो गौरव वृंदावन के बांके बिहारी और दूसरा यहां के बिहारी। बाबा बैजनाथ पर जल चढ़ाने के लिए बिहार से ही जल जाता है। यह भूमि राष्ट्रकवि दिनकर, चाणक्य, मां सीता की है। बिहार के लोग कहीं भी चले जाएं पर सच्चा बिहारी अपनी संस्कृति को कभी नहीं छोड़ सकता। परमात्मा चित्र में नहीं बल्कि चरित्र में मिलते हैं। रविवार को महज डेढ़ घंटे में ही कथा का समापन हो गया .15 मई को बाबा का लगने वाला दिव्य दरबार कार्यक्रम भी स्थगित हो गया है। बाबा ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आप सभी अपने घर से ही अर्जी लगाए। बाबा बागेश्वर सभी की अर्जी सुनेंगे।

भीड़ के कारण लोगों को नहीं मिल पा रही हवा
भक्तों की अपार भीड़ को देखते हुए बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने समय से पहले ही कथा का समापन किया। बाबा ने भक्तों से अपील करते हुए कहा कि अत्यधिक भीड़ के कारण लोगों को सही से आक्सीजन नहीं मिल पा रहा है। कोई अनहोनी हो इससे पहले आप सभी अपने घरों से कथा का आनंद उठाए। कथा सुनने के लिए पंडाल में आने की जरूरत नहीं है। कोई भी व्यक्ति दूसरे राज्यों से न आएं। टिकट कराएं हैं तो कैंसिल करा लें.आप सही सलामत रखेंगे तभी हम भी बेहतर से कथा कर पाएंगे।