-कोरोना से बचाव को जारी की गई गाइडलाइन को लोगों ने नहीं माना। किसी भी घाट पर सोशल डिस्टेंसिंग देखने को नहीं मिली।

PATNA: पटना जिला प्रशासन द्वारा कोरोना के खतरे को देखते हुए छठ घाटों पर आने-जाने के लिए विशेष गाइडलाइन जारी की गई थी। लेकिन अधिकतर गाइडलाइन का पालन ही नहीं हुआ। कुछ लोग मास्क जरूर पहने थे लेकिन अधिकतर लोगों ने न तो गाइडलाइन का पालन किया और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होते दिखा। गाइडलाइन के अनुसार बच्चे-बुजुर्ग को घाट पर नहीं जाना था लेकिन वे भी घाटों पर पहुंचे। साथ ही घाटों पर आतिशबाजी भी खूब हुई। शाम में ही कई घाटों से पदाधिकारी गायब रहे। अतिशबाजी को मनाही थी लेकिन गंगा घाट के साथ तालाबों पर भी जमकर पटाखे फूटे। गली-मोहल्लों में भी लोगों ने जमकर आतिशबाजी की।

मास्क भी नहीं पहने

गंगा घाटों पर जाने वाले अधिकांश लोग मास्क भी नहीं पहने थे। जबकि प्रशासन की ओर से महिलाओं से मुंह पर साड़ी, रूमाल रखने और पुरुषों से गमछा या रूमाल रखने की लगातार अपील की जा रही थी। इतना ही नहीं, अपनों से मिलते ही लोग एक-दूसरे से हाथ मिलाने से भी नहीं रोक पाए। इसके पीछे लोग अपने तरीके से ही तर्क देते रहे कि भगवान के प्रति आस्था है। उधर, प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल व जिलाधिकारी कुमार रवि ने अ‌र्घ्य के दौरान घाटों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और हिदायतें देते दिखे।

श्रद्धालुओं से पटा रहा रास्ता

इधर ख्तश्री हरिमंदिर पटना साहिब के ठीक सामने में उत्तर का रास्ता कंगन घाट छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं से पटा रहा। जिसे देखो वही कंगन घाट की ओर जाते दिखे। प्रशासन और पटना नगर निगम की ओर से कंगन घाट को खूबसूरत बनाने का प्रयास किया गया। व्यवस्थित ढंग से तैयार किए गए इस घाट पर लोगों की भीड़ दिखी। चौक पुलिस और सामाजिक संगठनों को भीड़ नियंत्रित करने में काफी परेशानी हुई। तख्तश्री हरिमंदिर पटना साहिब प्रबंधक समिति की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए चौक थाना मोड़ पर शिविर लगाया गया था।

खतरनाक घाट पर भी पूजा

अनुमंडल प्रशासन और पटना नगर निगम सिटी अंचल ने अपने प्रयास से छठ पर्व में शाम व सुबह घाटों पर व्रतधारियों के पहुंचने तथा सुरक्षित अ‌र्घ्य देने को आसान कर दिया। लेकिन खतरनाक घोषित केशव राय घाट पर भी बांस और बल्ला से घेरा बनाकर अनजान व्रतियों ने अ‌र्घ्य दिया। जिलाधिकारी कुमार रवि के आदेश के बाद निगम द्वारा ठेकेदारों के माध्यम से घाट को सु²ढ़ किया गया। छठ से पूर्व खतरनाक घाटों पर व्यवस्था दुरुस्त कर अ‌र्घ्य देने की व्यवस्था के लिए स्थानीय स्वयंसेवी संगठनों ने घाट पर विरोध जता डीएम के समक्ष अपनी बातें रखी थी। जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रशासन और पटना नगर निगम के अधिकारी खतरनाक घाट को ठीक करवा अ‌र्घ्य देने लायक बनवाया।

आदर्श बना गायघाट

अनुमंडल क्षेत्र के 55 घाटों में छठ पर्व पर गायघाट आदर्श बना रहा। जिला एवं अनुमंडल प्रशासन इस घाट की व्यवस्था को लेकर पूरी चौकसी बरती जा रही थी। इस घाट पर कंट्रोल रूम, चें¨जग रूम, बाथरूम, पेयजल, चिकित्सा सेवा,श्रद्धालुओं के ठहरने और बैठने तक की व्यवस्था की गई थी। पुलिस व प्रशासन के सभी आला अधिकारी सुबह शाम में यहां अपनी उपस्थिति सुनिश्चित कर रहे थे। सेतु पर खड़े लोगों ने सूर्य को प्रणाम कर छठ पर्व का नजारा लिया।