- सीएम नीतीश कुमार ने हरी झंडी दिखाकर इलेक्ट्रिक बसों को किया रवाना

- खुद भी की सवारी, पहुंचे विधानसभा

- प्रदूषण मुक्त और आधुनिक सुविधाओं से लैस है इलेक्ट्रिक बसें

PATNA :

मंगलवार को पटना समेत अन्य जिलों के लिए भी पहली बार इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन शुरू हो गया। सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद, रेणु देवी और परिवहन मंत्री शीला कुमारी समेत अन्य लोगों ने संवाद भवन से नई इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सीएम नीतीश कुमार और उनके कैबिनेट के मंत्री इसी बस की सवारी करते हुए बिहार विधानसभा पहुंचे। जानकारी हो कि कुल 25 इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन होना है। इसमें से 12 बसें अभी परिचालन के लिए आ चुकी हैं। अगले माह तक बाकी बसें भी परिवहन विभाग को मिल जाएगी। इसके साथ ही यह देश के नक्शे पर उन चुनिंदा राज्यों में शामिल हो गया है, जहां यह पहले से परिचालन में हैं।

लोगों को मिलेगा लाभ

इलेक्ट्रिक बस से सफर कर बिहार विधान सभा पहुंचे सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि वर्ष 2019 से ही बिहार में इलेक्ट्रिक कारों का परिचालन शुरू किया गया था। इसका प्रयोग कई मंत्रीगण कर रहे हैं। लेकिन अब इलेक्ट्रिक बस का भी परिचालन शुरू हो गया है। इसका लाभ यहां की जनता को मिलेगा।

बेड़े में 82 बसें शामिल

परिवहन विभाग के बेडे़ में कुल 82 इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। इसमें 12 इलेक्ट्रिक, 15 लग्जरी, 25 डिलक्स और 30 सेमी डिलक्स बस भी शामिल हैं। इन बसों का बिहार के 43 विभिन्न मार्गो पर परिचालन किया जाएगा।

बढ़ जाएगी कनेक्टिविटी

परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि बिहार के लोगों को सस्ती, सुलभ, सुगम, सुरक्षित एवं अत्याधुनिक सुविधायुक्त परिवहन सेवा उपलब्ध कराने के लिए नई बसों की शुरुआत की गई है। इन बसों के परिचालन शुरू हो जाने से राज्य के सभी 38 जिले से राजधानी, पटना की कनेक्टिविटी हो जाएगी। जिला व प्रखंड मुख्यालयों से राजधानी का सफर आसान हो जाएगा।

15 मार्च तक बढ़ेंगी बसें

मार्च के अंत तक दौड़ेंगी 25 ई-बसें

प्रथम चरण में एक दर्जन इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन किया जा रहा है। ये बसें पटना एयरपोर्ट, दानापुर, राजगीर, मुजफ्फरपुर में दौड़ेंगी। मार्च के आखिरी सप्ताह तक कुल 25 इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन शुरू हो जाएगा। शेष बसें 15 मार्च 2021 तक प्राप्त हो जाएंगी।

फुलवारी में ई-बसों का चार्जिग

नौ मीटर की लंबाई वाली 15 इलेक्ट्रिक बसें 37 सीटर जबकि 12 मीटर लंबाई की 10 बसें 45 सीटर होंगी। इन बसों को चार्ज करने के लिए परिवहन परिसर फुलवारी शरीफ में कुल 1200 किलोवाट के चाìजग स्टेशन बनाए गए हैं। इसमें 120 किलोवाट के छह चाìजग प्वाइंट एवं 240 किलोवाट के दो चाìजग प्वाइंट हैं। एक बार फुल चार्ज होने पर ई-बसें 225-250 किलोमीटर तक चलेंगी।

सेवा से जुड़ेगा एम्स

परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि मार्च के अंतिम सप्ताह तक 13 और बसों का परिचालन शुरू हो जाएगा। अभी राजधानी में दानापुर और एयरपोर्ट में ई-बसों का परिचालन हो रहा है। जल्द ही एम्स समेत कई नए इलाके ई-बस सेवा से जुड़ेंगे।

पहले दिन ही एक्सीडेंट

इलेक्ट्रिक बस सीएम, डिप्टी सीएम और अन्य को लेकर विधानसभा पहुंची। इसके साथ एक और बस पीछे-पीछे चल रही थी। विधानसभा परिसर से बस को वापस लाने के क्रम में मोड़ने के दौरान यह गार्डेन की दीवार से टकरा गई। हालांकि इसमें किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ। दीवार में जरूर दरार आ गई। अफसरों का कहना है कि बस की लंबाई ज्यादा होने के कारण यह दिक्कत हुई। बस का अगला बायां हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया।

वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बस से सफर महंगा होगा। सिटी बस सेवा में चार बसें उतरीं हैं। बेलीरोड पर गांधी मैदान से दानापुर के बीच चल रही है। न्यूनतम किराया 20 रुपए है।

गांधी मैदान से दानापुर - 45 रुपए तो

सगुना मोड़ जाने के लिए 40 रुपए देने होंगे। राजाबाजार और जगदेव पथ का किराया 30 रुपए है। 8 वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बसों में से चार बेलीरोड पर चलेंगी तथा एक बस गांधी मैदान से एयरपोर्ट के लिए चल रही हैं। नॉन स्टॉपेज बस है। 100 रुपए किराया रखा गया है। एयरपोर्ट के लिए दो बसें चलेंगी। बेलीरोड रूट होगा, जबकि गांधी मैदान से एक बस राजगीर और एक बस मुजफ्फरपुर के लिए चल रही है। राजगीर और मुजफ्फरपुर का किराया 150-150 रुपए रखा गया है।

बसों की विशेषता

पॉल्यूशन कंट्रोल

सीसीटीवी

मोबाइल चार्जिग फैसिलिटी

फायर सेफ्टी

एयर कंडीशनर

- पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम

- पैनिक बटन

लंबी दूरी के लिए आरामदायक सीट

------