-एमडी रहे एके सुमन के आदेश को वर्तमान एमडी मोहम्मद सुहैल ने किया निरस्त

PATNA: पर्यटन निगम के चार नियोजित कर्मचारियों को शनिवार को बर्खास्त कर दिया गया। मामला यह था कि ये नियोजित कर्मी वेतन वृद्धि की मांग को लेकर एमडी और जीएम से मिलना चाह रहे थे, लेकिन अधिकारी मिलने को तैयार नहीं थे। शनिवार को इस वजह से खूब हंगामा भी हुआ।

काम बंद कर देने की चेतावनी

संडे को बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम कर्मचारी संघ की बैठक हुई। बैठक में कर्मियों ने निगम पर आरोप लगाया कि अधिकारी ख्भ्0 कर्मचारी और उसके परिजनों का शोषण कर रही है। संघ ने निगम को म् जनवरी तक का समय दिया है। संघ ने कहा है कि अगर छह जनवरी तक चार कर्मियों के बर्खास्तगी का आदेश वापस नहीं लिया जाता है, तो सात जनवरी से निगम का काम बंद कर दिया जाएगा। यही भी निर्णय लिया गया कि पटना से या फिर पटना के बाहर जितनी भी गाडि़यां निगम की चलती हैं उसे रोक दी जायेगी, साथ अलग अलग शहरों में निगम के जो भी होटल हैं वहां भी काम नहीं होगा। पतंग महोत्सव को भी नहीं होने देने की बात कही गई।

समान वेतन का लाभ दिया जा रहा

संजीव कुमार सिंह के मामले में हाईकोर्ट ने निगम को आदेश दिया था कि संजीव कुमार की शिकायत कम वेतन को लेकर है, तो निगम मामले का निराकरण करे और अनावश्यक कर्मियों को वाजिब हक से वंचित न करे। इसी के बाद एमडी रहे एके सुमन ने यह आदेश पारित किया था कि न्यायालय के आदेश के अनुसार समान वेतन का लाभ दिया जा रहा है। अपने लेटर में एके सुमन ने जिक्र किया है कि निगम लाभ में चल रही है और कर्मियों को अतिरिक्त वेतन देने की स्थिति में है, लेकिन विवाद तब उत्पन्न हो गया जब वर्तमान एमडी मोहम्मद सुहैल ने पिछले आदेश को रद्द कर दिया। संघ के महामंत्री सुबोध कुमार सिंह ने कहा कि जबतक चार बर्खास्त कर्मियों को बहाल नहीं किया जायेगा और समान वेतन का भुगतान नहीं दिया जाएगा निगम का काम बाधित ही रहेगा।