-पटना में लोगों को मास्क देकर किया कोरोना के प्रति अवेयर

PATNA: नेपाल के रास्ते बिहार आने वाले हर यात्री की जांच की जाएगी कि कहीं वह कोरोना वायरस से संक्रमित तो नहीं है। नेपाल सीमा से सटे बिहार के सात जिलों को अलर्ट कर दिया गया है। साथ ही राज्य के सभी एयरपोर्ट, स्टेशन, बस स्टैंड और अस्पताल प्रबंधन को अलर्ट किया जा रहा। सीमा वाले इलाके में जांच के लिए सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) से भी समन्वय स्थापित किया जा रहा। मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बुधवार को सात जिलों के जिलाधिकारियों, एसपी, सिविल सर्जन और स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर पूरी कार्ययोजना तैयार की और स्थिति की समीक्षा की।

सात जिलों में सर्वाधिक सतर्कता : नेपाल से लगते सात जिलों बेतिया, मोतिहारी, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, पूर्णिया और अररिया में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। यहां के जिलाधिकारियों, आरक्षी अधीक्षक और सिविल सर्जनों को निर्देश दिए गए हैं कि बिहार को नेपाल से ज्यादा खतरा है, इसलिए नेपाल के रास्ते बिहार की सीमा में एंट्री वालों की स्क्रीनिंग हो।

केंद्र से संपर्क में राज्य सरकार

बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने स्थिति की समीक्षा की और कहा कि कोरोना के संदिग्धों पर सरकार की कड़ी नजर है। स्वास्थ्य विभाग स्वतंत्र तरीके से कोरोना वायरस की मॉनीट¨रग कर रहा है। राज्य सरकार केंद्र सरकार के साथ संपर्क में है। विभाग की ओर से अब तक 49 संदिग्धों के सैंपल जांच के लिए एनआइवी पुणे भेजे गए हैं। एक सैंपल का रिजेक्ट किया गया है। तीन की रिपोर्ट आने वाली है और 45 सैंपल में निगेटिव रिपोर्ट आई है। पटना और गया एयरपोर्ट पर डॉक्टरों की टीम बाहर से आने वाले यात्रियों की जांच में जुटी है।