- डंपिंग साइट से अलग किया जा रहा है सूखा और गीला कचरा

PATNA :

पटना के लिए वर्षो से मुसीबत बने हुए कचरे का निपटारा अब शुरू हो गया है। नगर निगम और यूएनडीपी के साथ मिलकर वेस्ट मैनेजमेंट की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पीएमसी एचसीसीबी यूएनडीपी प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट प्रोग्राम के तहत बकरी बाजार स्थित डंपिंग यार्ड से हर रोज सूखा और गीला कचरा अलग-अलग कलेक्ट किया जा रहा है और उस सूखे कचरे को रीसाइक्लिंग पॉइंट पर 3 तरीके से प्रोसेस भी किया जा रहा है।

1.2 से 1. 5 टन प्लास्टिक कचरा हर रोज कलेक्ट

पटना नगर निगम के तीन अंचलों से गाडि़यां घरों से जो कचरा कलेक्ट कर जीपीओ के पास बने डंपिंग जोन में डंप कर रही हैं। यूएनडीपी के कर्मचारी वहां उसे अलग करते हैं और रीसाइक्लिंग के लिए गर्दनीबाग स्थित सेकेंडरी प्वाइंट में भेज देते हैं यूएनडीपी के अरविंद बताते हैं कि प्रतिदिन 1.2 से 1.5 टन प्लास्टिक कलेक्ट किया जा रहा है।

पाइप से लेकर सड़क तक के लिए तैयार किया जाता है प्रोडक्ट

कलेक्ट किए गए प्लास्टिक को पहले क्लीनिंग की जाती है। उसके बाद तीन प्रोसेस में उसका इस्तेमाल होता है। 3 तरीके से प्लास्टिक को रिसाइकिलिंग की जाती है। फ‌र्स्ट स्टेज मे उसे गट्टे के रूप में मशीन द्वारा बनवाते हैं। गट्टे का इस्तेमाल पीवीसी पाइप के लिए किया जाता है। वही दूसरे स्टेज में वह सड़कों में इस्तेमाल होने वाली चकोर मेटेरियल के रूप में निकलता है। तीसरे स्टेज में प्लास्टिक को मेल्ट कर लम्स बनाया जाता है। रीसाइकलिंग सेंटर में बॉटल्स को जहां बॉंटिंग मशीन से क्रश किया जाता है वही हार्ड प्लास्टिक को छोटे-छोटे टुकड़ों में कट किया जाता है।

लोगों को भी कर रहे जागरूक

नगर निगम और यूएनडीपी की साझेदारी के साथ तैयार हुए इस प्रोजेक्ट में बकरी बाजार में जहां 65 लोग विशेष प्रशिक्षण लेकर वेस्ट को अलग करते हैं वहीं कई वार्ड में पीएमसी की डोर टू डोर गाडि़यों में यूएनडीपी के सदस्य भी घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। अधिकारियों की मानें तो वार्ड 5, वार्ड नंबर 22 बी और वार्ड नंबर 23 में यह अभियान शुरू भी हो चुका है। घर के बाहर सूखे कचरे के लिए एक डस्टबिन बनाया गया है। गीला कचरा जहां नगर निगम की गाडि़यां ले जाती है वहीं सूखा कचरा गर्दनीबाग स्थित वेस्ट प्वाइंट पर इकट्ठा किया जा रहा है।

हम लोग पम्पलेट के जरिये भी लोगों को जागरूक कर रहे है। लोग अलग-अलग कचरा भी दे रहे हैं। सूखे कचरे को डायरेक्ट हाउसहोल्ड से कलेक्ट करने पर उसमें काफी क्वालिटीज होती हैं।

अरविंद कुमार, प्रोग्राम ऑफिसर यूएनडीपी

सूखा और गीला कचरा अलग करने के लिए लोगों को और ज्यादा जागरूक किया जाएगा जिससे कचरे का निपटारा आसानी से हो सके।

हिमांशु शर्मा, नगर आयुक्त, पटना नगर निगम