KATIHAR/PATNA: साइंस की सारी उपलब्धि उस समय बेकार हो जाती है जब लोग अंधविश्वास के चक्कर में कुछ भी करने लगते हैं। रविवार को कटिहार के कोढ़ा प्रखंड के उत्तरी सिमरिया पंचायत स्थित चांद टोला में कुछ ऐसा ही देखने को मिला। यहां अब भी अंधवश्विास का मेला लगता है। बीमारी के अनुसार पेशेंट्स को तलवार की ढाल पर खड़ा कर या कील पर बैठाकर अलग-अलग विधियों से इलाज किया जाता है। इतना ही नहीं, इलाज भी डॉक्टर के बदले महंत या भक्त करते हैं। जिसमें उनके कई सहयोगी और समाज के लोग भी शामिल होते हैं। जिन पर प्रशासन का काई डर नहीं होता है। सवाल यह उठता है आखिर इसकी अनदेखी कब तक?