पटना (ब्यूरो)। संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से अलंकृत गीतकार ब्रजकिशोर दुबे के शव का सोमवार की रात जिलाधिकारी की अनुमति पर पटना मेडिकल कालेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) में पोस्टमार्टम कराया गया। प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट हैरान करने वाली है। फोरेंसिक विभाग के सूत्रों की मानें तो उनके शरीर में जहर के अंश मिले हैं। जहर उनके मुंह से पेट तक गया था। ऐसे में जहर से मौत होने की प्रबल आशंका है। पोस्टमार्टम से पहले शरीर पर जख्म के निशान नहीं मिले, लेकिन सिर में खून के थक्के जमे थे। ऐसा अक्सर सिर में चोट लगने की वजह से होता है। विसरा को अग्रेतर जांच के लिए सुरक्षित रखा गया है। वहीं, बिहार पुलिस की एफएसएल (विधि-विज्ञान प्रयोगगशाला) की प्रारंभिक रिपोर्ट बताती है कि फ्लैट से मिला सुसाइड नोट ब्रजकिशोर दुबे की हैंडराइङ्क्षटग में है। ऐसे में दोनों इकाइयों की विरोधाभासी रिपोर्ट ने गुत्थी सुलझाने के बजाय और उलझा दिया है। डीएसपी (विधि-व्यवस्था) संजय कुमार ने बताया कि यूडी केस कर सभी ङ्क्षबदुओं पर जांच की जा रही है।

इस थ्योरी पर लग सकती मुहर

सुसाइड नोट मिलने के बाद पुलिस ब्रजकिशोर दुबे की मौत को आत्महत्या बता रही थी, लेकिन जिस अवस्था फ्लैट के बाथरूम में उनका शव मिला था, उससे प्रारंभिक जांच खुदकुशी का तरीका समझ नहीं आया। उनके पैर कुर्सी से बंधे थे और सिर नीचे रखे पानी भरी बाल्टी में डूबा था। पोस्टमार्टम के दौरान कलाई पर भी बंधन के निशान मिले हैं, लेकिन घटनास्थल पर उनके हाथ खुले थे। पुलिस को अंदेशा है कि ब्रज किशोर दुबे ने आत्महत्या करने के लिए जहर खाया था। इससे पहले उन्होंने जहर के संबंध में इंटरनेट पर अच्छी तरह शोध किया होगा। उन्हें मालूम था कि जहर के प्रभाव से बेचैनी से छटपटाहट हो सकती है, इसलिए उन्होंने पहले ही अपने पैर और हाथ बांध लिए होंगे। जहर के असर से उन्हें बेचैनी हुई और उससे बचने के लिए उन्होंने सिर को पानी भरी बाल्टी में डाला होगा। उसी समय उनकी मृत्यु हो गई।

क्या है मामला

पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र की अजंता कालोनी स्थित एक फ्लैट के बाथरूम से प्रसिद्ध लोकगायक व गीतकार ब्रजकिशोर दुबे (68) का शव बरामद किया गया था। वे मूलरूप से रोहतास जिले के रहने वाले थे। यहां दीघा इलाके में रहते थे। फ्लैट से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ था, जिसमें उन्होंने आत्महत्या के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया। उनका शव सिर के बल मिला था, लेकिन पैर कुर्सी से बंधी थी। पुलिस का कहना था कि फ्लैट का दरवाजा अंदर से बंद था। किसी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश करने का कोई दूसरा रास्ता नहीं था, इसलिए माना जा रहा है कि उन्होंने आत्महत्या की थी।