- वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने पेश किया बजट

- शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और रोजगार पर सरकार का जोर

- शिक्षा के लिए सबसे ज्यादा फंड किए गए आवंटित

- पटना स्मार्ट सिटी और मेट्रो के काम में आएगी तेजी

PATNA : डिप्टी सीएम सह फाइनांस मिनिस्टर तारकिशोर प्रसाद ने सोमवार को विधानमंडल में बिहार का वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 2 लाख 18 हजार 303 करोड़ रुपए का बजट पेश किया। वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने पहली बार बजट पेश किया। बजट की शुरुआत उन्होंने शेरो शायरी के साथ शुरू की। बजट पेश करते हुए उन्होंने कहा कि यह बजट सर्वांगीण विकास का बजट है। बजट में योजना मद में 10 लाख 518 हजार 81 करोड़ की राशि जबकि गैर योजना मद में 11 लाख 77 हजार 830 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। पिछले साल की बजट की तुलना में इस बार का बजट सात हजार करोड़ रुपए ज्यादा है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में बिहार का बजट दो लाख 11 हजार करोड़ रुपए का था। कोरोना की मुश्किलों के बावजूद आमलोगों को राहत देते हुए बजट में नए टैक्स का प्रावधान नहीं किया गया। बजट में वित्त मंत्री तारकिशोर ने हर वर्ग का ख्याल रखा। 20 लाख लोगों को इसी वित्तिय वर्ष में नौकरी और महिला सशक्तिकरण के लिए कई योजनाओं की घोषणा बजट में की गई। महिला उद्यमियों के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। उद्योग लगाने पर पांच लाख रुपए का अनुदान दिया जाएगा। इसके अलावा अतिरिक्त पांच लाख रुपए का ब्याज मुक्त कर्ज दिया जाएगा। बजट में बिहार की बेटियों के लिए भी कई प्रावधान किए गए हैं। इंटर पास पर अविवाहित बेटियों को 25 हजार और स्नातक पास बेटियों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे। युवा शक्ति बिहार की प्रगति के तहत युवाओं को बेहतर प्रशिक्षण दिया जाएगा। सभी आईटीआई और पॉलीटेक्निक कॉलेजों को एक्सीलेंस बनाया जाएगा। हर जिले में मेगा स्किल सेंटर खुलेगा।

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एक नजर में बजट

- बजट : 2,18,302.70 करोड़ रुपए।

-स्कीम मद : 1,00,518.86 करोड़ रुपए।

-स्थापना एवं प्रतिबद्ध व्यय :ं 1,17,783.84 करोड़ रुपए

-साल भर में आय : 2,18,502.70 करोड़ रुपए

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शायरी शुरू और समापन

'बाधाएं आती हैं आएं कदम मिलाकर चलना होगा।

विपत्तियों से हम घबराते नहीं हैं। अंधकार के बाद नया सवेरा आता है.'

'उनकी शिकवा है कि मेरी उड़ान कुछ कम है। रख हौसला वह मंजर भी आएगा। प्यासे के पास, चलकर समंदर भी आएगा। थककर न बैठ मंजिल के मुसाफिर। मंजिल भी मिलेगी और मिलने का मजा भी आएगा.'

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शिक्षा पर सबसे अधिक खर्च

- शिक्षा के लिए 38 हजार, 035 करोड़

- शहरी एवं ग्रामीण सड़कों के लिए 15 हजार 2 सौ 77 करोड़

- ग्रामीण विकास पर 16 हजार आठ सौ 35 करोड़

-पंचायती राज पर करीब साढ़े नौ हजार करोड़

- नगर विकास एवं आवास पर सात हजार 767 करोड़

- स्वास्थ्य के लिए 13264

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इस तरह बढ़ता गया बजट

2010-11 : 51 हजार करोड़

2011-12 : 60 हजार करोड़

2012-13 : 70 हजार करोड़

2013-14 : 92 हजार करोड़

2014-15 : 1.16 लाख करोड़

2015-16 : 1.20 लाख करोड़

2016-17 : 1.44 लाख करोड़

2017-18 : 1.60 लाख करोड़

2018-19 : 1.76 लाख करोड़

2019-20 : 2 लाख 501 करोड़

2020-21 : 2.11 लाख करोड़

2021-22 : 2.18 लाख करोड़

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पटना को क्या मिला

- पटना सिटी के नवाब मंजिल में 9 करोड़ रुपए की लागत से 50 बेड का आयुष अस्पताल बनेगा।

- लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल 400 बेड का अतिविशिष्ट अस्पताल बनेगा। इस पर 215 करोड़ खर्च होंगे।

- पीएमसीएच में किडनी ट्रांसप्लांट यूनिट की स्थापना होगी। 100 बेड की इमरजेंसी बनेगी।

- पीएमसीएच को तीन फेज में विश्वस्तरीय बनाया जाएगा।

-आईजीआईसी में बेडों की संख्या 145 से बढ़ाकर 220 किया जाएगा।

- आईजीआईसी के नवनिर्मित भवन में मॉडयूलर ऑपरेशन थियेटर, मेडिकल उपकरणों के लिए 75 करोड़ रुपए की मंजूरी।

- जल जमाव से निजात दिलाने के लिए स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम बनेगा।

-पटना को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए स्पेशल पर्पस व्हीकल (एसपीवी) का गठन किया गया है। पांच वित्तीय वर्ष में कुल एक हजार करोड़ की राशि मिलेगी। पटना के लिए 382.50 करोड़ की राशि आवंटित की जा चुकी है।

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यूथ का फायदा

-युवाओं के लिए प्रशिक्षण व रोजगार का विशेष प्रविधान

-हर सेक्टर में रोजगारपरक प्रशिक्षण के साथ एप्रैंटिसशिप का इंतजाम

-स्टेट रिसर्च फाउंडेशन की होगी स्थापना, तय होंगी प्राथमिकताएं

- स्वास्थ्य संरचना को और मजबूत करने और स्वास्थ्य के क्षेत्र में तीन हजार पदों पर होगी नियुक्ति।

- 1539 फार्मासिस्ट, 163 ईसीजी टेक्नीशियन, 1096 ओटी असिस्टेंट के पद पर होगी बहाली।

- आईजीआईसी के लिए 383 पद सृजित किए गए।

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सितंबर 2024 तक दौड़ेगी मेट्रो

पटना में सितंबर, 2024 तक मेट्रो परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। पटना में कुल 32.497 किमी में मेट्रो का परिचालन होना है, जिसके लिए दो कॉरिडोर चिह्नित किए गए हैं। पहले कॉरिडोर में दानापुर से मीठापुर वाया बेली रोड और पटना जंक्शन में मेट्रो का निर्माण होगा। इसकी कुल लंबाई 17.933 किमी है। दूसरा कॉरिडोर पटना जंक्शन से नया अंतरराज्यीय बस अड्डे तक होगा। इस कॉरिडोर में गांधी मैदान, पीएमसीएच और राजेंद्र नगर टर्मिनल से होकर मेट्रो गुजरेगी। इसकी कुल लंबाई 14.45 किमी होगी।

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बजट में बड़ी बात

स्किल और उद्यमिता विभाग

बजट में युवाओं के साथ-साथ महिलाओं को भी सशक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए स्किल और उद्यमिता विभाग का जल्द गठन होगा। हर जिले में महिला उद्यमिता जैसी योजना पर तेजी से अमल करने पर जोर दिया गया है।

मेगा स्किल सेंटर और टूल रूम

युवाओं को ट्रेंड करने के लिए हर जिले में मेगा स्किल सेंटर और हर प्रमंडल में टूल रूम स्थापित करने का प्रावधान बजट में किया गया है। सरकारी पॉलिटेक्निक और आईटीआई को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में तैयार किया जाएगा। इंजीनिय¨रग करने वाले छात्रों को सभी स्थानीय निकायों में एक साल का इंटर्नशिप करने का अवसर मिलेगा।

स्टेट रिसर्च इंस्टीट्यूट का गठन

नेशनल रिसर्च फाउंडेशन (एनआरएफ) की तर्ज पर स्टेट रिसर्च इंस्च्ीच्यूट के गठन का भी पूरा रोडमैप तैयार कर लिया गया है, जो इसी साल से अस्तित्व में आ जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के लिए मनरेगा को ज्यादा मजबूत करने पर भी जोर दिया गया है।

रोजगार देने वाले सेक्टर होंगे मजबूत

युवाओं के लिए बेहतर शिक्षा और रोजगार सृजन के बुनियादी ढांचे का मजबूत विकास और बदलाव की दिशा में बजट में कारगर पहल की गई है। जिस सेक्टर में ज्यादा रोजगार निर्माण के अवसर हैं, उनकी मजबूती पर जोर दिया गया है। कृषि, उद्योग, पशुपालन व मत्स्य संसाधन, पंचायती राज, ग्रामीण व शहरी विकास, पर्यटन, शिक्षा, तकनीकी एवं निर्माण समेत अन्य सेक्टर में सिर्फ रोजगार सृजन ही नहीं किए जाएंगे, बल्कि इसके लिए संबंधित सेक्टर में पूर्व के संचालित संस्थानों में बुनियादी जरूरतों को मजबूत किया जाएगा।