PATNA : बिहार पुलिस का एक और अमानवीय चेहरा सामने आया है। कदमकुआं एक तरफ जहां पुलिस अफसर महिला की सम्मान पर जोर दे रहे हैं वहीं पुलिस कर्मी महिला पर ही हाथ उठा रहे हैं। मामला कदमकुआं थाना का है जहां पुलिस ने एक दम्पत्ति की इसलिए पिटाई कर दी क्योंकि उन्होंने वाहन चेकिंग के दौरान गलत चालान काटने का विरोध किया था। पीडि़त ने बुधवार को इस मामले की शिकायत अधिकारियों से करते हुए कार्रवाई की मांग की है।

- पुलिस की कहानी पीडि़त की जुबानी

कुम्हरार के रहने वाले मुकेश प्रसाद का कहना है कि वह मंगलवार रात लगभग साढ़े क्0 बजे घर बाइक से घर जा रहा था। रास्ते में बहादुरपुर चौकी के पास पुलिस ने वाहन चेकिंग लगाया था। पुलिस वालों के हाथ देते वह रुक गया क्योंकि वह कागज पत्र में पूरी से फिट था। पुलिस वालों के पास जाते ही वह सन्न रह गया जब दरोगा ने प्रदूषण की तिथि खत्म बताकर चालान की बात कही। वह भी रात में कागज नहीं देखा और चालान का पैसा दे दिया।

- घर जाकर कागज देखा तो रह गया सन्न

मुकेश का कहना है कि वह चालान का रसीद लेकर जब घर पहुंचा और प्रदूषण का कागज देखा तो पुलिस की मनमानी उजागर हुई। प्रदूषण अक्टूबर ख्0क्म् तक वैध था। वह इस घटना की पूरी जानकारी अपनी पत्‍‌नी संजू को दिया। इस पर दोनों शिकायत करने चेकिंग स्थल पर पहुंच गए। दोनों ने दारोगा एन झा को कागज दिखाया और पैसा वापसी की बात कही। इस पर पुलिस वाले गरम हो गए और अभद्रता करने लगे। दम्पत्ति के विरोध पर दारोगा ने उन्हें चाटा जड़ दिया। मुकेश का आरोप है कि दारोगा और अन्य पुलिस कर्मियों ने उसे और उसकी पत्‍‌नी की पिटाई की है।

- शराब में जेल भेजने की थी मंशा

पीडि़त का कहना है कि इतने में थाना के इंस्पेक्टर भी घटना स्थल पर पहुंच गए। वे हम दोनों को जेल भेजने की बात कहने लगे। आरोप है कि इंस्पेक्टर ने पुलिस कर्मियों से कहा कि शराब पीया है और इसे शराब के साथ जेल भेज दो। इसका भी उसने विरोध किया और कहा कि वह नशा नहीं करता था। काफी देर बहस के बाद वह किसी तरह घर लौटा। पुलिस वालों ने उसे ट्रैफिक कार्यालय में जाकर शिकायत करने की बात कही।

पुलिस पर लगाया जा रहा आरोप पूरी तरह से गलत और निराधार है। चेकिंग के दौरान और लोग भी मौजूद थे। मैं खुद मौके पर पहुंचा और समझा बुझाकर उसे वापस भेजा। मुकेश पत्‍‌नी के साथ पुलिस कर्मियों से तकरार कर रहा था।

- इंस्पेक्टर, कदमकुआं