पटना (ब्यूरो)। एसके इंटरप्राइजेज सरसों तेल के व्यवसायी नटवर अग्रवाल को बुद्धा कॉलोनी में गोली मारकर उनसे और उनके स्टाफ से बैग लूटने वाले गिरोह के सरगना, शूटर, लाइनर सहित पांच अपराधियों को बुद्धा कॉलोनी थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरोह का सरगना गोपी ठाकुर है, जो खाजेकलां का रहने वाला है। लूटकांड में लाइनर की भूमिका आलमगंज निवासी चालक बंटी कुमार ने निभाई थी। वह एग्जीविशन रोड स्थित जिस व्यवसायिक भवन में एसके इंटरप्राइजेज है, उसी में फार्मा कंपनी के मालिक का चालक है। बंटी ने ही गोपी सहित अन्य पांच अपराधियों के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई थी। एक ही गिरोह ने दो ग्रुप बनाकर वारदात को अंजाम दिया था। गिरफ्तार तीन अन्य की पहचान विक्की उर्फ टिकटिक, दीपक कुमार उर्फ भदई और राहुल के रूप में हुई है। एसएसपी डॉ। मानवजीत ङ्क्षसह ढिल्लों ने बताया कि सभी पटना सिटी के आलमगंज, खाजेकलां के रहने वाले हैं। इनके पास से वारदात में इस्तेमाल दो पिस्टल और दो बाइक पुलिस ने बरामद की है। कुछ दिन पहले ही इस गिरोह के चार अपराधियों को हत्या और लूट मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। दो अन्य की तलाश में छापेमारी की जा रही है।

मटन पार्टी कर बनाई थी योजना

एसएसपी के अनुसार, गोपी ठाकुर पटना सिटी के खाजेकलां थाना क्षेत्र का रहने वाला है। वर्ष 2019 में इसने अपराध की दुनिया में कदम रखा था। अब तक हत्या, लूट, डकैती, रंगदारी और छिनतई के कुल 10 आपराधिक मामले इस पर दर्ज हैं। वह इस साल जनवरी में ही जेल से बाहर आया था। वहीं, बंटी तीन महीने से चालक का काम कर रहा था। वह पहले भी छिनतई के मामले में जेल गया था। बाहर आने के बाद वह गर्दनीबाग में किराये के घर में रहने लगा। बंटी का चचेरा बहनोई राहुल बोर भी इसी के जरिए गोपी गैंग से जुड़ा था। बंटी को सूचना मिली कि नटवर अग्रवाल बैग में मोटी रकम लेकर निकलते हैं। उसने वारदात के कुछ दिन पहले राहुल, गोपी और टिकटिक को शराब और मटन पार्टी के लिए अपने घर बुलाया और वहां लूट की योजना बनी। बंटी ने राहुल को बताया कि कैश दो भागों में बंट कर निकलता है। अपराधियों ने दो टीमें बनाईं। पहली टीम में एक बाइक से शिव सम्राट, रिशु और टिकटिक व्यवसायी के पीछे और दूसरी बाइक से कोबरा, शिवम और गोपी स्टाफ के पीछा लग गए। वहीं बंटी और राहुल दोनों लाइनर थे। व्यवसायी को शिवम ङ्क्षसह ने गोली मारकर जख्मी किया था और गोपी ने झोला लूट लिया था। हालांकि, झोले में टिफिन निकला था।

पांच माह में पांच बड़ी वारदात

पांचों की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में पता चला कि कंकड़बाग में सेना के जवान से लूट और हत्या मामले में जिस विवेक उर्फ कोबरा, शिव सम्राट, शिवम ङ्क्षसह, रिशु को पुलिस ने पांच अक्टूबर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, वह भी इसी गिरोह के हैं। बाइपास थाने में चंदन और गोलू की हत्या हुई थी। डबल मर्डर के इस वारदात को गोपी, टिकटिक सहित अन्य शामिल थे। परसा बाजार में हरिओम ट्रेडर्स के कार्यालय में डकैती को भी इसी गैंग ने अंजाम दिया था। इस गिरोह ने ही इसी साल होली के समय अगमकुआं में एक कलेक्शन एजेंस से 70 हजार रुपये लूटे थे।