पटना ब्यूरो। एक बार फिर बिहार में हड्डी रोग विशेषज्ञों का जमावड़ा होने जा रहा है। जहां नवाचार और नए अनुभवों को डॉक्टर साझा करेंगे। बिहार ऑर्थोपेडक एसोसिएशन के 50वें वर्ष अर्थात गोल्डन जुबली के अवसर पर आयोजित हो रहे इस राज्य स्तरीय कांफे्रंस बोआकॉन -2024 में पांच सौ से ज्यादा डॉक्टर जुटेंगे। इसे यादगार बनाने के लिए राज्य स्तरीय कांफ्र ेंस नौ फरवरी से 11 फरवरी के बीच राजगीर के राजगीर इंटरनेशनल कंवेंशन सेंटर में आयोजित हो रहा है। इस बार वार्षिक कांफ्र ें स की जिम्मेदारी नालंदा ऑर्थोपेडिक क्लब को दी गई है।

कांफे्रंस के आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ। नरेंद्र कुमार सिन्हा और सचिव डॉ। अरूण कुमार ने बताया कि इस काफ्र ेंस का थीम 'टिप्स, ट्रिक्स और इनोवेशन है। पहले दिन अर्थात नौ फरवरी को वर्कशॉप होंगे जिसमें चार तकनीकी सत्र आयोजित होगा। इसमें स्पाइन, क्लब फूट, एफएनएस और सुपरा पैटलर नेलिंग पर चर्चा होगी और केस प्रजेंट किए जाएंगे। अगले दिन अर्थात 10 फरवरी की शाम छह बजे कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन होगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इंदौर के ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ। डीके तनेजा होंगे। ये इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे हैं। वहीं विशिष्ठ अतिथि आईएमए बिहार चेप्टर के अध्यक्ष डॉ। श्याम नारायण प्रसाद होंगे।

-विदेशों से भी आएंगे डीलीगेट्स

डॉ। अरुण कुमार ने बताया कि देश और विदेश के विभिन्न हिस्सों से डेलीगेट्स आ रहे हैं जिसमें डॉ। अभय नैने, डॉ। राम चड्ढा, डॉ। एम वर्गीज, डॉ, मैथ्यू वर्गीज, डॉ। बॉबी जॉन, हिन्दुजा हॉस्पिटल के डॉ। विकास अगासे आदि शामिल हैं। वही बिहार के लगभग सभी ऑर्थोपेडिक डॉक्टर इसमें शामिल होंगे। डॉ। अरुण कुमार ने बताया कि ऑर्गेनाइजिंग कमिटी में बिहार ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ। रंजीत कुमार सिंह, सचिव डॉ। महेश प्रसाद, डॉ। चंद्रेश्वर प्रसाद, डॉ। कुमार अमरदीप नारायण, डॉ। अभिषेक, डॉ। राहुल आदि शामिल हैं।

डॉ। अरूण कुमार ने कहा कि जिन लोगों ने बिहार ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन को 50 वर्षों तक सींचा है उनको धन्यवाद। आज यह ब्रांच आईएमए का मजबूत ब्रांच बन चुका है। ऑर्थोपेडिक के क्षेत्र में जितने भी कार्य आते हैं उसके बारे यहां अनुभव और ज्ञान साझा किया जाएगा। यह एसोसिएशन नए ऑर्थोपेडिक सर्जन के लिए पाठशाला का काम रहा है। वो कांफ्र ेंस के सीख कर मरीजों का बेहतर ट्रीटमेंट करते हैं।