- रविवार को पटना लौटने वालों की संख्या में दिखा इजाफा

PATNA :

इन दिनों दिल्ली, पुणे, चेन्नई, मुम्बई, अहमदाबाद सहित विभिन्न डेस्टिनेशन से आने वाले पैसेंजर्स की बाढ़ सी आ गई है। यह आलम कोरोना से बचाव के लिए कई शहरों में स्कूल, कॉलेज को 31 मार्च तक बंद किये जाने और कंपनियों के द्वारा वर्क फ्रोम होम की सुविधा दिये जाने से हुआ है। वहीं, इसके उलट, पटना से अलग-अलग डेस्टिनेशन के लिए जाने वाले पैसेंजर्स की संख्या में बहुत कमी आयी है। यह कमी करीब 60 प्रतिशत तक है। विभिन्न शहरों से पटना आने वाली फ्लाइट में सीटों के लिए फिलहाल दो दिनों से मारा-मारी की स्थिति है। इस वजह से पटना से अन्य शहरों के लिए टिकट के रेट कम हुए हैं।

पटना की खास स्थिति

जहां एक ओर पटना इस्ट इंडिया में कोलकाता एयरपोर्ट के बाद दूसरा प्रमुख एयरपोर्ट है तो वहीं, पटना से अन्य शहरों में जाकर पढ़ाई करने वाले और काम करने वालों की अच्छी तादाद है। यही वजह है कि रविवार को भी पटना एयरपोर्ट पर लौटने वालों की बड़ी तादाद रही। दिल्ली से आ रहे पैसेंजर मोहित यादव ने बताया कि जब सूचना मिली की कॉलेज बंद रहेंगे तो मैंने आनन-फानन में पटना के लिए टिकट बुक करा लिया। वहीं, हैदराबाद से आ रहे सत्यम शिखर ने बताया कि वह एक एमएनसी कंपनी में काम कर रहा था। लेकिन वर्क फ्रोम होम की सुविधा दिए जाने के बाद पटना आने का निर्णय लिया।

पहली बार अलग ट्रेंड

आम तौर पर होली के बाद पैसेंजर्स पटना से अन्य डेस्टिनेशन के लिए भीड़ रहती है लेकिन इस बार कोरोना के कारण यह भीड़ लौटने वालों की रही। फ्लाइट ट्रैवल एजेंट कुमुद रंजन ने बताया कि अचानक से हुई छुट्टियों के कारण पैसेंजर्स का ट्रेंड चेंज दिखा है। लोगों में घर लौटने को लेकर उत्साह है और 12 से 17 हजार तक खर्च कर वे लौट रहे हैं। हालांकि यह ट्रेंड अब थम जाएगा।