पटना(ब्यूरो)। पटना में दीघा घाट पर नहाते समय चार युवक गंगा में डूब गए। वारदात दीघा थाना क्षेत्र के गेट नंबर 83 के पास संडे को हुई। तीन शव एसडीआरएफ की टीम ने निकाल लिया है। एक की तलाश जारी है। चारों युवक आपस में सगे-संबंधी थे। डूबने वाले दो युवक भोजपुर जिले के निवासी हैं। दो युवक पटना के नौबतपुर के सोहरा और दुल्हिन बाजार थाने के खड़वां के निवासी बताए गए। घटना तब हुई जब चारों बाइक से गंगा में नहाने दीघा जेपी सेतु के पूरब घाट पर गए थे।

बीमा कंपनी में करते थे काम
डूबने वालों में मुन्ना राय भोजपुर के संदेश थाना क्षेत्र के बारा निवासी थे। दूसरा युवक भोजपुर के ही पौना थाना के खनेट निवासी 27 वर्षीय धीरेंद्र कुमार थे। दो अन्य युवकों में नौबतपुर थाने के सोहरा निवासी स्व। सतीश ङ्क्षसह के 18 वर्षीय पुत्र रवि रंजन उर्फ दीपक और दुल्हिन बाजार के खड़वां निवासी 19 वर्षीय गौरव कुमार है। रवि रंजन शास्त्रीनगर डाकघर के प्रतिनिधि थे। तीन अन्य युवक निजी बीमा कंपनी के प्रतिनिधि के रूप में काम करते थे।

चारों बोरिंग रोड में रहते थे एक साथ
स्थानीय लोगों की सूचना पर दीघा थाने की पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंचकर तीन युवकों को गंगा से बाहर निकाला, इसमें दो की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। तीसरे युवक को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने भी दम तोड़ दिया। दीघा थानेदार राजकुमार पांडेय ने बताया कि मुन्ना, गौरव और रविरंजन का शव बरामद कर लिया गया है। एक अन्य की तलाश जारी है। सभी पटना बोङ्क्षरग रोड में एक साथ रहकर काम करते थे।

एक को बचाने में डूबने लगे सभी
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दोपहर करीब दो बजे चारों युवक बाइक से गेट नंबर 83 के पास गंगा घाट पहुंचे। बाइक खड़ी कर नहाने के दौरान एक युवक डूबने लगा। उसे बचाने के क्रम में तीनों बारी-बारी से डूबते चले गए। चारों को एक साथ डूबते देख वहां मौजूद लोगों ने शोर मचाया तो भीड़ जुट गई, लेकिन कुछ ही पल में सभी गंगा में समा गए। थोड़ी देर में एसडीआरएफ और पुलिस भी पहुंच गई। एसडीआरएफ चारों की तलाश में जुट गई। कुछ देर बाद दो युवकों का शव घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर बरामद कर लिया गया है और एक अन्य की सांसें चल रही थी।

लॉज में रहकर तीन करते थे नौकरी
सभी बोङ्क्षरग रोड में लॉज में रहते थे। लापता धीरेंद्र शादीशुदा है। जो शास्त्रीनगर नगर में पोस्ट ऑफिस में कार्यरत थे। मुन्ना और रविरंजन एसपी वर्मा रोड में स्थित निजी बीमा कंपनी एजेंसी का काम करते थे। बताया जा रहा है कि सभी एक साथ नहाने गए थे।

ऑक्सीजन कम होने से आक्रोशित
एसडीआरएफ की टीम तीन नाव से पहुंची थी। स्थानीय गोताखोर भी थे। जब एक युवक को गंगा से बाहर निकाला गया तब उसकी सांसें चल रही थी। आरोप है कि एसडीआरएफ के पास ऑक्सीजन तो था, लेकिन जरूरत से कम। आरोप है कि एसडीआरएफ के साथ एक ही गोताखोर था। आक्सीजन की कमी और महज एक गोताखोर देख वहां मौजूद लोग आक्रोशित हो गए। इस दौरान पुलिस से भी बहस होने लगी।

घाट पर पहुंचे स्वजन, दोस्त और रिश्तेदार
घटना की सूचना मिलते ही चारों युवकों के पटना में रहने वाले दोस्त और रिश्तेदार घाट पर पहुंच गए। नौबतपुर, दुल्हिनबाजार और आरा से स्वजन भी पहुंच गए। घाट पर चीख पुकार मच गई। धीरेंद्र की पत्नी भी घाट पर पहुंचते ही बेहोश हो गई।