पटना ब्यूरो।आनंद किशोर ने मंच से अपने आईआईटी के पुराने यादों को ताजा किया और कल्चरल इवेंट से स्टूडेंट्स के ओवरऑल डेवलपमेंट को महत्वपूर्ण बताया। पद्मश्री अशोक कुमार विश्वास ने ईमानदारी से किये गए प्रयास के लिए सभी को इंस्पयार किया। उन्होंने कहा कि सभी के प्रयास से ही कमजोर हो रही टिकुली आर्ट को फिर से सम्मान दिलाने में सफलता मिली है। उन्होंने छात्रों से परिस्थितियों की परवाह किए बिना इन नैतिकताओं का पालन करने का आग्रह किया। आईआईटी पटना के डायरेक्टर टी.एन। सिंह ने अन्वेषा की पूरी टीम की उनके जबरदस्त प्रयासों के लिए सराहना की और सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं। शाम होते ही कल्चरल इवेंट की बाढ़ सी आ गई।
स्टूडेंट्स ने दिखाया टैलेंट
उद्घाटन समारोह ने भाग लेने वाले छात्रों की विविध प्रतिभाओं को प्रदर्शित करते हुए कई कार्यक्रमों में पार्टिसिपेट किया। इवेंट के हाईलाइट्स में मिस्टर और मिसेज अन्वेषा के पहले राउंड की तैयारी, हीलटर्न डांस, सिनगफ़ोनी और सिंगिंग काम्पटीशन से सभी ने अपने टैलेंट और क्रिएटिविटी दिखाई। कैंपस में जीवंत एनीमेकॉन, दर्पण (दीवार पेंटिंग प्रतियोगिता) और इमेजिनेशन स्टेशन की कलात्मक झलक भी देखी गई.
कव्वाली ने भर दी एनर्जी
इवेंट का मुख्य आकर्षण नियाज़ी ब्रदर्स ने दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया। इसके अतिरिक्त स्पिक मैके द्वारा प्रस्तुत चाऊ नृत्य ने शाम को पारंपरिक स्पर्श दिया। सामूहिक ऊर्जा और उल्लास पूरे परिसर में गूंज उठा, जिससे सांस्कृतिक रात्रि उपस्थित सभी लोगों के लिए एक यादगार अनुभव बन गई। कैंपस में मॉडलिंग, फोटोग्राफी और लॉन्ग स्केटबोर्ड जैसी कार्यशालाओं में भाग ले सकते हैं, जो कौशल वृद्धि और रचनात्मक अभिव्य1ित के लिए एक मंच प्रदान करते हैं.