PATNA :

गंगा समेत पटना से गुजरने वाली सभी नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है। राहत यह है कि जिले में सभी नदियां खतरे के निशान से अब भी दो से चार मीटर तक नीचे बह रही हैं। गंगा नदी जहां दीघा घाट पर खतरे के निशान से 4.15 मीटर नीचे है, तो पुनपुन नदी श्रीपालपुर में डेंजर जोन से 2.31 मीटर नीचे है। तस्वीर का दूसरा रुख यह है कि गंगा नदी फिर से कई घाटों के करीब पहुंच गई है। पटना के काली घाट, गांधी घाट सहित अन्य कई घाटों पर गंगा नजदीक पहुंच गई है। दूसरी ओर कलेक्ट्रेट घाट और अंटा घाट पर अब भी दूर है। प्रशासनिक स्तर पर नदियों के तटबंधों पर चौकसी बढ़ा दी गई है। जल संसाधन विभाग के अभियंताओं की टीम तटबंधों का निरंतर निरीक्षण कर रही है।

खगडि़या में कोसी-बागमती खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। सुपौल में कोसी ने तटबंध के ऊपर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। इस कारण पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल में नदियों के प्रभाव क्षेत्र में रहने वाले लोग भयभीत हैं।

उफन रही नदियां

खगडि़या के बलतारा में कोसी खतरे के निशान से 62 और संतोष स्लूस गेट के पास खतरे के निशान से 51 सेमी ऊपर बह रही है। सुपौल में कोसी आक्रामक हो गई है। कोसी में उफान से सरायगढ़ और किशनपुर प्रखंड क्षेत्र में तटबंध के बीच बसे दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।