- नीली और पीली पट्टी से सज गए हैं पटना के घाट

PATNA: पटना के गंगा घाट लोकआस्था के महापर्व छठ पर सूर्योपासना के लिए अब सज कर तैयार हो चुके हैं। घाटों पर गंदगी नजर न आए इसके लिए दिन रात सफाईकर्मी जुटे हुए हैं। रात में भी सफाईकर्मियों की ड्यूटी लगी होने के कारण महज 10 दिनों में ही गंदे दिखते वाले घाटों की सूरत बदल गई है। जो घाट कुछ दिनों पहले गंगा के बालू और बदबूदार कचरे से पटे पड़े थे वे अब दूर से ही साफ और स्वच्छ नजर आने लगे हैं। जिस घाट पर सीढि़यों तक गंगा है वहां तो सफाई हुई है लेकिन जहां सीढ़ी नहीं है वहां अस्थाई सीढ़ी बनाया गया है। छठ घाट को अब व्रतियों का इंतजार है। हालांकि आस पास से लोग जुटने लगे हैं। घाटों पर गुरुवार से लोगों का जमावड़ा लगने लगेगा।

सफाई के बाद हुई घाटों की धुलाई

पटना के गांधी घाट, लॉ कॉलेज घाट पूरी तरह से तैयार हो गए हैं। सफाईकर्मी झाड़ू लगाने के बाद पूरे घाट को पाइप से धो रहे हैं। रात में भी सफाई होगी, ताकि सुबह आने वाले व्रतियों को कोई परेशानी नहीं हो। इसके साथ ही लॉ कॉलेज घाट पर पिछली बार से बड़े चेंजिंग रूम तैयार किए गए हैं, ताकि महिला व्रतियों को कोई असुविधा नहीं हो।

हर कमी दूर करने के लिए जुटी टीम

घाटों पर व्रतियों को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए पूरी तैयारी की जा रही है। सेंट माइकल घाट पर लाइटिंग के साथ-साथ गंगा तक रास्ते का निर्माण बुधवार को युद्धस्तर पर शाम तक पूरा किया गया। बहरवा घाट पर सफाई और अन्य व्यवस्था तो दुरुस्त है, लेकिन इस घाट से गंगा थोड़ी दूर है। गंगा तक पहुंचने के लिए जो रास्ता जाता है वहां पर न सिर्फ दलदल है, बल्कि बैरिकेडिंग भी पूरी तरह से नहीं हुई है। हालांकि वहां तैनात सफाई इंस्पेक्टर विनोद कुमार बताते हैं कि बुधवार रात तक ये पूरा हो जाएगा। सुबह व्रतियो को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। इसके अलावा जिन घाटों पर काम बचा हुआ है उसे भी रात में पूरा किया गया।

ट्रैश स्कीमर से गंगा को किया जा रहा स्वच्छ

गंगा में एक तरफ नावों से विसर्जन के उपरी कचरे को साफ किया जा रहा है वहीं गंाधी घाट से काली घाट तक की गंगा की भी सफाई की जा रही है। 2.5 लेयर अंदर तक गंगा को ट्रैश स्कीमर से स्वच्छ बनाया जा रहा है। इसके साथ ही सभी घाटों पर नगर निगम, बुडको और नमामि गंगे के अधिकारी और कर्मचारी भी लगातार जायजा ले रहे हैं।

आज नहाय-खाय के साथ शरू होगा छठ महापर्व का चार दिवसीय अनुष्ठान

लोक आस्था का महापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान गुरुवार को नहाय खाय के साथ शुरू हो जाएगा। लोग पूरी पवित्रता के साथ लोक आस्था के इस महान पर्व की तैयारियों में जुटे हुए हैं। बुधवार को बाजारों में काफी चहल-पहल रही। छठ पर्व के लिए सामानों की खरीदारी को भारी संख्या में लोगों के जुटने को लेकर शहर की अधिकतर सड़के सुबह से लेकर शाम तक जाम रही। पूरे शहर में दुकानें सज गई है। लोक जमकर सामानों की खरीदारी में जुटे हुए हैं। वहीं, घरों में महिलाएं पूरी पवित्रता के साथ छठ पर्व की तैयारियों में जुटी हुई हैं।

आज से शुरू हो जाएगा पवित्र अनुष्ठान

गुरुवार को नहाय-खाय के साथ छठ का पवित्र अनुष्ठान शुरू हो जाएगा। सुबह में गंगा तट पर बड़ी संख्या में लोग जुटेंगे। पवित्र स्नान कर श्रद्धालु पूरी सादगी एवं पवित्रता के साथ अराधना में जुट जाएंगे। शुक्रवार को खरना है। इसके बाद व्रतियों का निर्जला उपवास शुरू होगा। छठव्रती शनिवार को अस्ताचलगामी एवं रविवार को उदीयमान भगवान भास्कर को अ‌र्घ्य अर्पित करेंगे। इसके बाद ही रविवार को यह पवित्र अनुष्ठान संपन्न होगा।

युद्धस्तर श्रद्धालु जुटे हैं तैयारियों में

पर्व की तैयारी में श्रद्धालु युद्धस्तर पर जुटे हुए हैं। नहाय खाय के दिन व्रती स्नान करने के बाद अरवा चावल का भात, दाल एवं कद्दू की सब्जी ग्रहण करेंगे। साथ ही घर के अन्य सदस्यों को भी यह खाना प्रसाद के रूप में खिलाया जाएगा। छठ के प्रसाद तैयार करने के लिए गेहूं को साफ कर धोया और सुखाया जा रहा है। छठ के पारंपरिक गीत से शहर और गांव गूंज रहे हैं। सभी श्रद्धा के साथ अनुष्ठान को पूरा करने में जुट गए हैं। बाहर रहने वाले अधिकतर लोग लोग भी घर वापस आ गए हैं, जो बचे हुए हैं उनके आने का सिलसिला लगातार जारी है।