हादसा की आशंका बनी रहती है

इससे उफनती गंगा में कोई हादसा होने की आशंका बनी रहती है। वैसे पटनाइट्स के लिए राहत की बात है कि दीघा घाट और गांधी घाट पर गंगा का वाटर लेवल फिलहाल स्थिर रहेगा। अभी वाटर लेवल घटेगा, लेकिन कब तक यह मंगलवार को गंगा की धारा के बाद ही पता चल सकेगा। इलाहाबाद और वाराणसी में वाटर लेवल घट रहा है, जबकि सोमवार को बढ़ा हुआ था।

अभी कई एरिया में तबाही

दीघा घाट पर गंगा का वाटर लेवल 50.94 मीटर और गांधी घाट पर 49.90 मीटर मापा गया था। वैसे गंगा की उफनती धारा अभी कई एरिया में तबाही मचा रही है। दीघा और गांधी घाट से आगे बढ़ें तो काफी बड़ा एरिया जलमग्न है। हाथीदह, मुंगेर, भागलपुर, कहलगांव, साहेबगंज और फरक्का में गंगा का वाटर लेवल और बढऩे वाला है।

खगडिय़ा में और मचेगा प्रलय

खगडिय़ा में बूढ़ी गंडक प्रलय मचाए हुई है। दर्जनों गांव बूढ़ी गंडक की चपेट में आ चुके हैं। जल आयोग की रिपोर्ट बताती है कि बूढ़ी गंडक का लेवल 38.67 मीटर है। यह मंगलवार को बढ़कर 38.70 मीटर हो जाएगा जो खतरे के निशान से दो मीटर ऊंचा है। वहीं सोन नदी का वाटर लेवल मनेर के पास आकर स्थिर हो गया है।

सोन नदी मनेर के पास

खतरे का निशान - 52.00 मीटर

वाटर लेवल - 52.76 मीटर

बूढ़ी गंडक खगडिय़ा में

खतरे का निशान - 36.58मीटर

लेटेस्ट वाटर लेवल - 38.67 मीटर

मंगलवार को बढ़ेगा - 38.70 मीटर

गंगा का एरिया वाइज वाटर लेवल

एरिया   -  खतरे का निशान - लेटेस्ट वाटर लेवल

इलाहाबाद - 84.73 मीटर   -     84.02 मीटर

वाराणसी - 71.26 मीटर   -        71.67 मीटर

बक्सर - 60.32 मीटर  -         61.20 मीटर

दीघा घाट पटना - 50.45 मीटर -   50.94 मीटर

गांधी घाट पटना - 48.60 मीटर -        49.90 मीटर

हाथीदह - 41.76 मीटर  -        42.89 मीटर

मुंगेर -     39.33 मीटर  -       39.81 मीटर

भागलपुर - 33.68 मीटर     -    34.43 मीटर

कहलगांव - 31.09 मीटर    -    32.37 मीटर

साहेबगंज - 27.25 मीटर     -   28.93 मीटर

फरक्का  -   22.25 मीटर      -   24.16 मीटर