फैक्ट्री के पास लाइसेंस ही नहीं 
गैस रिसाव के बाद पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने फोन पर मिली शिकायत के बाद बोर्ड के मेंबर सेक्रेट्री एस चंद्रशेखर ने एरिया इंचार्ज नंद कुमार को इंस्पेक्शन का निर्देश दिया। शाम 4.40 बजे जूनियर इंजीनियर एसएन झा ने इंस्पेक्शन में पाया कि गैस का रिसाव रोके नहीं रुक रहा है। लोग तेज दुर्गंध में सांस भी नहीं ले पा रहे थे। उन्होंने पाया कि फैक्ट्री के पास एयर और वाटर पॉल्यूशन के लिए जरूरी कंसेंट भी नहीं है।  

तो बंद हो जाएगी फैक्ट्री
चंद्रशेखर ने बताया कि कंपनी में उस गैस का क्यों उपयोग हुआ और रिसाव कैसे हुआ से संबंधित स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। अगर फैक्ट्री ने कंसेंट के बिना प्रोडक्शन का काम किया है तो फैक्ट्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फैक्ट्री को बंद करने के लिए भी कोर्ट जा सकते हैं। थाने में भी एफआईआर करवाएंगे. 

जानलेवा है अमोनिया
सीनियर फिजिशियन डॉ। दिवाकर तेजस्वी के मुताबिक यह गैस काफी घातक है। इससे सांस में तकलीफ होती है। ज्यादा मात्रा में इनहेल किया तो ब्रेन पर भी असर होगा। इससे बेहोशी आ सकती है और जान भी जा सकती है। पीसीबी के एस चंद्रशेखर के मुताबिक ठंड के समय में गैस को डिसॉल्व होने में समय लगेगा। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है.

कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर हेमंत कुमार दास से सीधी बात
सवाल- आपकी फैक्ट्री से अमोनिया का रिसाव हुआ है। अभी क्या स्थिति है?
जवाब- हम रूटीन मेंटेनेंस का काम कर रहे थे। स्थिति कंट्रोल में है और यह गैस इतनी खतरनाक भी नहीं है। यह रूटीन प्रोसेस था. 
सवाल- आपके पास पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से एयर-वाटर पॉल्यूशन का कंसेंट भी नहीं है? 
जवाब- बिना लाइसेंस के कोई फैक्ट्री कैसे चला सकता है। ऐसी कोई बात नहीं। गैस से कोई नुकसान नहीं होगा.

मौत लेकर आती है जानलेवा गैस
१३ छ्वह्वठ्ठद्ग २०१६

को लुधियाना में अमोनिया गैस रिसने से 6 लोगों की मौत हो गई थी.
२६ हृश1 २०१६
को मुगलसराय के अली नगर में फैक्ट्री से अमोनिया रिसने से एक मजदूर की मौत हो गई थी.

१३ छ्वह्वद्य4 २०१६
हरियाणा के सोनीपत में कत्था फैक्ट्री से अमोनिया रिसने से 3 लोगों की मौत हो गई थी.

 

फैक्ट्री के पास लाइसेंस ही नहीं 

गैस रिसाव के बाद पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने फोन पर मिली शिकायत के बाद बोर्ड के मेंबर सेक्रेट्री एस चंद्रशेखर ने एरिया इंचार्ज नंद कुमार को इंस्पेक्शन का निर्देश दिया। शाम 4.40 बजे जूनियर इंजीनियर एसएन झा ने इंस्पेक्शन में पाया कि गैस का रिसाव रोके नहीं रुक रहा है। लोग तेज दुर्गंध में सांस भी नहीं ले पा रहे थे। उन्होंने पाया कि फैक्ट्री के पास एयर और वाटर पॉल्यूशन के लिए जरूरी कंसेंट भी नहीं है।  

 

तो बंद हो जाएगी फैक्ट्री

चंद्रशेखर ने बताया कि कंपनी में उस गैस का क्यों उपयोग हुआ और रिसाव कैसे हुआ से संबंधित स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। अगर फैक्ट्री ने कंसेंट के बिना प्रोडक्शन का काम किया है तो फैक्ट्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फैक्ट्री को बंद करने के लिए भी कोर्ट जा सकते हैं। थाने में भी एफआईआर करवाएंगे. 

 

जानलेवा है अमोनिया

सीनियर फिजिशियन डॉ। दिवाकर तेजस्वी के मुताबिक यह गैस काफी घातक है। इससे सांस में तकलीफ होती है। ज्यादा मात्रा में इनहेल किया तो ब्रेन पर भी असर होगा। इससे बेहोशी आ सकती है और जान भी जा सकती है। पीसीबी के एस चंद्रशेखर के मुताबिक ठंड के समय में गैस को डिसॉल्व होने में समय लगेगा। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है।

 

कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर हेमंत कुमार दास से सीधी बात

सवाल- आपकी फैक्ट्री से अमोनिया का रिसाव हुआ है। अभी क्या स्थिति है?

जवाब- हम रूटीन मेंटेनेंस का काम कर रहे थे। स्थिति कंट्रोल में है और यह गैस इतनी खतरनाक भी नहीं है। यह रूटीन प्रोसेस था. 

सवाल- आपके पास पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से एयर-वाटर पॉल्यूशन का कंसेंट भी नहीं है? 

जवाब- बिना लाइसेंस के कोई फैक्ट्री कैसे चला सकता है। ऐसी कोई बात नहीं। गैस से कोई नुकसान नहीं होगा।

 

मौत लेकर आती है जानलेवा गैस

13 Jun 2016

 

को लुधियाना में अमोनिया गैस रिसने से 6 लोगों की मौत हो गई थी।

20 Nov 2016

को मुगलसराय के अली नगर में फैक्ट्री से अमोनिया रिसने से एक मजदूर की मौत हो गई थी।

 

13 July 2016

हरियाणा के सोनीपत में कत्था फैक्ट्री से अमोनिया रिसने से 3 लोगों की मौत हो गई थी।