पटना ब्‍यूरो। कंकड़बाग थानांतर्गत टेम्पो स्टैंड सब्जीमंडी के पीछे एलआइओ पार्क के समीप गुरुवार को दिनदहाड़े गैस वेंडर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान रंजीत राम (40) के रूप में हुई। वे मूलरूप से नालंदा जिले के चंडी थानांतर्गत दयालपुर के निवासी थे। लगभग दस वर्षों से अशोक नगर रोड नंबर 14 में किराये पर रहते थे। यहां उनके साथ पत्नी, 14 वर्षीय पुत्री और 12 वर्षीय पुत्र रहते थे। वे राधिका गैस एजेंसी में काम करते थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल के सामने एक मकान में लगे सीसी कैमरों के फुटेज का अवलोकन किया, जिसमें बाइक सवार दो हत्यारे दिखे। इधर, हत्या से आक्रोशित लोगों ने शव को सड़क पर रखकर हंगामा-प्रदर्शन शुरू कर दिया। वे शव को पोस्टमार्टम के लिए लेकर जाने नहीं दे रहे थे। लोग पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए सड़क जाम कर दिया। साथ ही पीडि़त परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। पुलिस के समझाने पर लगभग ढाई घंटे बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ और जाम हटा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा सका। सदर एएसपी स्वीटी सहरावत ने बताया कि फुटेज में दो अपराधी दिखे हैं। उनकी पहचान करने की कोशिश की जा रही है। बाइक का नंबर भी पता लगाया जा रहा है।

ठेला खींच रहा था राहुल, धक्का दे रहे थे रंजीत
रोज की तरह रंजीत एलआइओ पार्क के पीछे रहने वाले लोगों को गैस सिलेंडर पहुंचाने जा रहे थे। फुटेज में दिख रहा है कि उनका सहयोगी राहुल गैस सिलेंडर से भरा ठेला खींच रहा था। रंजीत पीछे से धक्का दे रहे थे। बाइक सवार अपराधी पीछे से आए। रंजीत के समानांतर होते ही चलाती बाइक से कनपटी में सटा कर गोली मार दी। फिर, बाइक की रफ्तार तेज कर फरार हो गए। हैरत है कि गोली चलने की आवाज साथ रहे राहुल नामक युवक को सुनाई नहीं दी। वह रंजीत से बातें करते जा रहा था।जब किसी बात पर रंजीत ने जवाब नहीं दिया तो वह पीछे मुड़ा तो देखा कि वे सड़क पर गिरे थे। सिर से खून निकल रहा था। माना जा रहा है कि पिस्टल पर साइलेंसर लगी होगी।

एक दिन पहले मिली थी हत्या की धमकी
राहुल ने पुलिस को बताया कि वह रंजीत के साथ सहयोगी के रूप में रहता था। दो दिन पहले टेम्पो स्टैंड के पास एक युवक ने रंजीत से पांच सिलेंडर मांगे थे। जब उन्होंने गैस कार्ड मांगा तो उसने कहा कि मुझे बिना कागजात के सिलेंडर चाहिए। रंजीत ने मना कर दिया तो वह अनाप-शनाप कहने लगा। हालांकि, रंजीत उसकी बातों को नजरअंदाज करते हुए आगे बढ़ गए। बुधवार को भी उसने टोका था। इस बार रंजीत ने सख्त लहजे में मना करते हुए कहा था कि एक बार बोल न कहे, फिर बोले जा रहे हैं। दोबारा मत टोकिएगा, समझे? इतना सुनते ही वह आग-बबूला हो गया और हत्या तक करने की धमकी दे डाली। हालांकि, रंजीत ने उसकी बातों पर गौर नहीं किया और आगे बढ़ गए थे। पुलिस उस व्यक्ति की पहचान करने के लिए भी कैमरों के फुटेज खंगाल रही है।

जुआरियों और नशेडिय़ों का है अड्डा
स्थानीय लोगों का आरोप है कि जिस जगह हत्या की वारदात हुई, उसके ठीक सामने मछली मंडी में गेङ्क्षसग (जुआ) का अवैध कारोबार होता है। वहां जुआरियों और सटोरियों की जमघट लगी रहती है। पूर्व में उस अड्डे का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित भी हुआ था, लेकिन कंकड़बाग थाने की पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। लोगों का कहना है कि वहां झोपड़पट्टी पुलिस की मिलीभगत से गांजा भी बिकता है। नशेडिय़ों का अड्डा बन गया है।