इंग्लिश बोलना, लिखना और सुनना जरूरी
इंगलिश में अगर फुल माक्र्स या ए-1 ग्रेड चाहिए तो इसके लिए लिसनिंग और स्पीकिंग पावर भी सही करना होगा। जी हां,अब सीबीएसई ने इंगलिश में 20 माक्र्स का असेसमेंट ऑफ स्पीकिंग और लिसनिंग स्किल्स टेस्ट लेने की प्लानिंग की है। इसके लिए सभी स्कूलों को नोटिस भी भेज दिया गया है।
20 marks का speaking test
अभी तक क्लास 12वीं में इंगलिश का पेपर 100 माक्र्स का था। इसमें लिटरेचर के साथ ग्रामर पॉर्शन के क्वेशचन पूछे जाते थे। लेकिन अब इसे चेंज किया जा रहा है। सीबीएसई के नोटिफिकेशन के अनुसार अब रिटेन टेस्ट 80 माक्र्स का होगा। जबकि 20 माक्र्स के असेसमेंट ऑफ स्पीकिंग और लिसनिंग स्किल का टेस्ट लिया जाएगा। इसकी शुरूआत 2014-15 सेशन से होगी।
Secondary में भी होगा change
9वीं और 10वीं के इंगलिश पेपर में सीबीएसई का नया पैटर्न 2013 से शुरू हो जाएगा। 2013 में इंगलिश के टोटल माक्र्स में 10 माक्र्स का एग्जाम असेसमेंट ऑफ स्पीकिंग और लिसनिंग स्किल के लिए दिया जाएगा। उसके बाद नेक्स्ट ईयर से एसए-1 और एसए-2 के लिए 20-20 माक्र्स का एग्जाम होगा।
2013-14 में 12वीं के इंगलिश का पेपर
टोटल माक्र्स : 100
रिटेन एग्जाम : 80 माक्र्स
एएसएल का एग्जाम : 20 माक्र्स
2013-14 में नौवीं के इंगलिश का पेपर
टोटल माक्र्स : 90
रिटेन एग्जाम : 80 माक्र्स
एएसएल का एग्जाम : 10 माक्र्स
2014-15 में नौवीं के इंगलिश का पेपर
टोटल माक्र्स : 90
रिटेन एग्जाम : 70 माक्र्स
एएसएल का एग्जाम : 20 माक्र्स
2014-15 में 10वीं के इंगलिश का पेपर
टोटल माक्र्स : 90
रिटेन एग्जाम : 70 माक्र्स
एएसएल का एग्जाम : 20 माक्र्स
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