पटना (ब्यूरो)। महिलाओं ने अंतरिक्ष तक की दूरियां नाप ली है। सैन्य सुरक्षा में शामिल हैं। विज्ञान की गुत्थियों को आसान किया है। व्यापार में मुकाम पाया और हुनर को पहचान दिलायी है। शिक्षा के क्षेत्र में अलग जगा रही हैं। ऐसे में कल की महिलाएं और आज की छात्राएं देश को विकास के पथ पर आगे ले जाने में सक्षम हैं। यह बातें चौक शिकारपुर स्थित आरपीएम कॉलेज में आत्मनिर्भरता की ओर भारत के बढ़ते कदम विषय पर आयोजित सेमिनार में प्राचार्या प्रो। डॉ। सीता सिन्हा ने कहीं। एनएसएस दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में समन्वयक डॉ। अंजू जैन ने कहा कि प्रधानमंत्री के लोकल फार वोकल नारा को साकार करते हुए महिलाएं भी आत्मनिर्भर हुई हैं। कोरोना काल में कई उदाहरण सामने आए हैं।
विजेताओं को किया पुरस्कृत
उन्होंने छात्राओं को अपनी प्रतिभा तलाशने, तराशने और उसे पहचान दिलाने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता की प्रथम विजेता अमनदीप कौर, द्वितीय श्रेया श्री और तृतीय विजेता आरती कुमारी को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम में डॉ। जयंति रानी, डॉ। रजिया नसरीन, डॉ। सुषमा, डॉ। नीलम, डॉ। शिवचंद्र, डॉ। ईना, डॉ। मीना, डॉ। सत्येंद्र समेत अन्य उपस्थित थे। दूसरी ओर, गुलजारबाग स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय में प्राचार्या डॉ। जयश्री की अध्यक्षता में छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। एनएसएस पर आधारित इस कार्यक्रम का उद्घाटन प्रो। डॉ। सुनीत दूबे ने किया। एनएसएस पदाधिकारी डॉ। सबीहा अहसन, डॉ। कुमारी निमिषा व अन्य शिक्षक ने राष्ट्र के विकास में योगदान देने के लिए छात्राओं को प्रेरित किया।