-वैशाली के विशुनपुर बसंत छठ पोखर टोला निवासी प्रमोद ने जीता टोक्यो में गोल्ड

PATNA: टोक्यो पैरालिंपिक में शनिवार का दिन ऐतिहासिक रहा। बिहार के वैशाली जिले के हाजीपुर सदर प्रखंड के विशुनपुर बसंत छठ पोखर टोला निवासी प्रमोद भगत ने टोक्यो पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर पूरे देश और प्रदेश को गौरवान्वित किया। मेडल जीत प्रमोद काफी भावुक दिखे। उन्होंने कहा कि आज मेरी मां का सपना साकार हुआ। मैं गोल्ड मेडल अपनी मां मानती देवी को समर्पित करता हूं। हालांकि दु:ख इस बात का है कि खुशी के इस पल को शेयर करने के लिए मेरी जिंदगी के अभिन्न हिस्सा रहे मेरे फुआ-फूफा इस दुनिया में नहीं हैं। ओडिशा में गोद लेकर मेरी जिंदगी संवारने वाली फुआ कुसुम भगत थी तो मेरे दोनों कोच एसपी भगत व गौरव खन्ना ने भी मुझे मेडल के लिए तैयार किया। देशवासियों का समर्थन मुझे हमेशा मिला है, जिनकी बदौलत मैं आज यह मुकाम हासिल कर सका हूं।

गरीबी से नहीं हुआ इलाज

प्रमोद की मां मानती देवी ने बताया कि प्रमोद को पांच साल की उम्र में बायें पैर में पोलियो हुआ था। गरीबी के कारण हमलोग उसका सही से इलाज नहीं करवा पा रहे थे। इसके बाद प्रमोद के फूफा और फुआ ने उसे गोद ले लिया। उसे ओडिशा के संभलपुर ले गए, जहां वे नौकरी करते थे। उन्होंने उसकी परवरिश में कोई कमी नहीं होने दी। वहां पर पड़ोसियों को बैडमिंटन खेलता देख प्रमोद की भी इस खेल में रुचि बढ़ी। 15 साल की उम्र में सबसे पहला टूर्नामेट उसने सामान्य श्रेणी के खिलाडि़यों के साथ खेला, जहां उसे खूब वाहवाही मिली। उसके बाद जकार्ता एशियाड में स्वर्ण समेत कई अंतरराष्ट्रीय पदक भी अपने नाम किए।

साधारण परिवार से है प्रमोद

टोक्यो में गोल्ड मेडल जीतने वाले प्रमोद भगत के पिता एक साधारण किसान हैं। उनके पास कुछ अपनी जमीन है और कुछ जमीन पट्टे पर लेकर खेती करते हैं। इसी से उनके परिवार का भरन -पोषण होता है। प्रमोद का बड़ा भाई घर पर ही बिजली मिस्त्री है। छोटा भाई शेखर भुवनेश्वर में इलेक्ट्रिक दुकान चलाता है। पिता रामा भगत बताते हैं कि बचपन से ही प्रमोद खेल में रुचि रखता था। बहन किशुनी देवी और बहनोई कैलाश भगत को कोई संतान नहीं थी। उन्होंने प्रमोद को गोद लेकर अपने साथ भुवनेश्वर में रखा और उसको शिक्षा-दीक्षा दिलाई।

सीएम ने दी बधाई

सीएम नीतीश कुमार ने टोक्यो पैरालिंपिक में पदक विजेताओं को अपनी बधाई दी है। बिहार के मूल निवासी प्रमोद भगत ने बैडमिंटन में स्वर्ण पदक हासिल किया है। वहीं मनोज सरकार ने इस स्पद्र्धा में कांस्य पदक जीता है। सीएम ने अपने बधाई संदेश में कहा कि कड़ी मेहनत, जुनून और दृढ़ संकल्प ने ही प्रमोद भगत और मनोज सरकार को इस मुकाम पर पहुंचाया है। प्रमोद और मनोज निरंतर प्रगति के शीर्ष पर पहुंचें और देश का नाम रोशन करते रहें, ऐसी मेरी कामना है।