पटना (ब्यूरो)। स्मार्ट सिटी पटना की प्रमुख सड़कों पर बने डिवाइडरों में पर्यावरण सुधार और सौंदर्यीकरण के लिए सरकार की ओर से पौधरोपण किया गया था। कुछ दिनों तक पौधे की सुरक्षा विभाग की ओर से की गई। इसके लिए सुरक्षा की जिम्मेदारी एक ऐसे एजेंसी को दे दी गई जिसका कोई अता पता ही नहीं है। हालत यह है कि मुख्य सड़कों पर कई जगह डिवाइडर हरियाली को तरस रहे हैं। यहां पौधे नहीं रोपे जाने के कारण डिवाइडर खाली पड़े होकर बदहाल हो रहे हैं। शहर के कई मार्ग तो ऐसे हैं जहां डिवाइडर पर खुला घूमने वाले पशुओं का जमावड़ा रहता है।

खाली हो गया वीरचंद पटेल पथ

पटना में मिशन हरियाली के तहत वीरचंद पटेल पथ के डिवाइडर के बीच 200 से अधिक कीमती पेड़-पौधे लगाए गए थे। अब आलम ये है कि डिवाइडरों से अधिकांश पेड़ पौधे गायब हो गए हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि पौधे की सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए जाने के कारण कुछ को मवेशी खा गए तो कुछ सूख गए। अब डिवाइडर पर पौधे के अवशेष नजर आ रहे हैं।

बेली रोड पर भी सूख गए पेड़

डिवाइडर की पड़ताल करने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम बेली रोड स्थित हड़ताली मोड़ पर पहुंची। वहां डिवाइडर से पौधे गायब थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि पानी के अभाव में पौधे सूख गए। डिवाडर पर सरकार की ओर से पौधे तो लगा दिए जाते हैं मगर पौधे के लिए पानी की व्यवस्था नहीं की जाती है। जिस वजह से पौधे सूख जाते हैं।

सुरक्षा की नहीं है व्यवस्था

छोटे पौधे को बढऩे के लिए न सिर्फ पानी की आवश्यकता पड़ती है। बल्कि मवेशियों से बचने के लिए लोहे की जाली भी लगाई जाती है। बताते चलें कि वीरचंद पटेल पथ पर जितने भी पौधे लगाए गए उसमें से एक भी पौधे को जाली के घेरा में सुरक्षित नहीं रखा गया। पौधे छोटे होने की वजह से मवेशी उसे आसानी से खा गए।

वन विभाग की ओर से वीरचंद पटेल पथ के किनारे पौधे लगाए गए थे। देखवा लेती हूं। बेली रोड पर वन विभाग ने नहीं लगाया है। उसकी जिम्मेदारी वन विभाग की नहीं है।

रूचि सिंह, वन्य प्रमंडल पदाधिकारी, पटना