पटना (ब्यूरो)। पुलिस के साथ मुठभेड़ मामले में वर्ष 2019 से फरार वांछित हार्डकोर नक्सली उपेंद्र ङ्क्षबद को पुलिस ने किऊल थाना क्षेत्र के ज्वालप्पा स्थान से गुरुवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया है। इसकी तलाश में एसएसबी और स्थानीय थाना पुलिस लगातार काङ्क्षबग ऑपरेशन चला रही थी। लखीसराय के अपर पुलिस अधीक्षक अभियान मोती लाल बताया कि जंगली इलाके में नक्सली की मौजूदगी की सूचना पर संयुक्त छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में गुरुवार की सुबह एसएसबी कजरा एवं बन्नू बगीचा, एसटीएफ कजरा एवं पीरी बाजार थाना की पुलिस ने किऊल थाना क्षेत्र अंतर्गत ज्वालप्पा स्थान से वांछित हार्डकोर नक्सली उपेंद्र ङ्क्षबद को गिरफ्तार कर लिया है।

किराने का सामान कराता था उपलब्ध
उपेंद्र ङ्क्षबद अपनी दुकान के साथ-साथ स्थानीय बाजार से जंगल में रहने वाले शीर्ष नक्सलियों के लिए किराने एवं राजमर्रा की सामग्री आपूर्ति करता रहा है। उपेंद्र ङ्क्षबद पीबीपीजेएसएसी के नक्सल कमांडर अरङ्क्षवद यादव, श्री कोड़ा, सुरेश कोड़ा का करीबी सहयोगी भी। गिरफ्तार हार्डकोर नक्सली उपेंद्र ङ्क्षबद पीरी बाजार थाना में दर्ज नक्सली वारदात में नामजद है। एएसपी अभियान ने बताया कि 18 जुलाई 2019 को पीरी बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत जंगली एवं पहाड़ी क्षेत्रों में नक्सली शीर्ष नेता बालेश्वर कोड़ा एवं अर्जुन कोड़ा के छिपे होने की सूचना पर चलाए गए काङ्क्षबग आपरेशन के दौरान पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई थी। इसमें दोनों ओर से कई चक्र गोलियां चली थी। हालांकि उस मुठभेड़ में कोई हताहत नहीं हुआ था। कमजोर पड़ते नक्सली फायङ्क्षरग करते हुए भागने में सफल हो गया था। घटना स्थल से पुलिस ने नक्सलियों के पास के एके-47 का खोखा सहित अन्य सामान बरामद किया था। उपेंद्र ङ्क्षबद भी नामजद अभियुक्त था।