मुख्यमंत्री ने लांच किया एचआईटी कोविड ऐप

- जिला स्तर पर अनुश्रवण संभव हो सकेगा

- स्वास्थ्य कार्यकर्ता मरीज के घर जाकर प्रतिदिन शरीर का तापमान व आक्सीजन के स्तर की जांच करेंगे

PATNA : होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड मरीजों की सेहत की निगरानी के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सोमवार को होम आइसोलेशन ट्रैकिंग (एचआईटी) कोविड ऐप को लांच किया। स्वास्थ्य विभाग की देखरेख में बेल्ट्रान ने इसे विकसित किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह खुशी की बात है कि इस ऐप को लॉन्च किया गया है। कोरोना से संक्रमित बड़ी संख्या में मरीज घर पर आइसोलेशन में अपना इलाज करा रहे हैं। इन मरीजों के आक्सीजन स्तर की निरंतर निगरानी की जरूरत है। इस बार के संक्रमण में मरीजों के आक्सीजन स्तर गिरने के कई मामले आ रहे। इस एप से उनकी देखभाल में सहूलियत होगी। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा मरीजों के घर जाकर प्रतिदिन उनके शरीर का टेंपरेचर (तापमान) लिया जाएगा और आक्सीजन स्तर की जांच की जाएगी। इसके आधार पर उनका उचित इलाज समय पर हो सकेगा। चिकित्सकीय पर्यवेक्षण के दौरान जिनमें आक्सीजन का स्तर 94 से कम पाया जाएगा तो उन्हें जरूरत पड़ने पर समय पर डेडिकेटेड हेल्थ सेंटर में भर्ती करा कर इलाज किया जाएगा। ग्रामीण इलाके में स्वास्थ्य परामर्शियों को प्रशिक्षित किया गया है। इस काम के लिए उनकी सेवा भी ली जाएगी। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की निरंतर देखभाल होने से उन्हें किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं होगी और उसका अच्छा परिणाम आएगा।

इस तरह काम करेगा एप : स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा होम आइसोलेशन के मरीजों की जांच के आंकड़े एचआइटी कोविड एप पर डाले जाएंगे। इसका अनुश्रवण जिला स्तर पर किया जाएगा। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में एप का उपयोग सुपौल, गोपालगंज, औरंगाबाद, नालंदा और भागलपुर में किया गया था। यह काफी सफल रहा।

ये रहे मौजूद : एप लांचिंग के मौके पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार व चंचल कुमार मौजूद थे। वहीं वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, जिलों के प्रभारी मंत्रीगण, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत व डीएम-एसपी बैठक से जुड़े हुए थे। सूचना एवं प्रावैधिकी विभाग के सचिव संतोष कुमार मल्ल ने एप के बारे में जानकारी दी।