पटना (ब्यूरो)। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर अस्पतालों को अलर्ट किया है। जिस प्रकार से पहली और दूसरी लहर में कोविड हॉस्पिटल्स ने कोरोना पेशेंट का इलाज किया और समय के साथ इसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर भी बढ़ाया गया, इसी तर्ज पर इस बार भी कोरोना हॉस्पिटल अलर्ट पर हैं। एनएमसीएच में फिलहाल एक भी कोरोना पेशेंट एडमिट नहीं है लेकिन इसके बाद भी यहां पर इसकी पुख्ता तैयारी की गई है। इसी प्रकार, पटना एम्स में कोरोना वार्ड पूर्व की भांति ही लेकिन सीमित बेड के साथ कार्य कर रहा है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने इसकी तैयारियों को लेकर जायजा लिया।

एनएमसीएच में 100 बेड
एनएमसीएच बिहार का सबसे पहला कोरोना हॉस्पिटल है और यहां के स्टाफ दो कोरोना लहर के अनुभव से गुजर चुके हैं। यहां 100 बेड तैयार रखा गया है। मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि यहां मदर एंड चाइल्ड केयर की बिल्डिंग को कोरोना डेडिकेटेड बनाया गया है। यहां डॉक्टरों और नर्सेस का रोस्टर भी तैयार रखा गया है। कभी भी कोई कोरोना पेशेंट आ जाए, कोई समस्या नहीं होगी। सफाई पूरे वार्ड में नए सिरे से कराई गई है।

एम्स में आ रहे पेशेंट
बिहार भर से सबसे अधिक पेशेंट एम्स पटना में आ रहे हैं। हर दिन औसतन दो पेशेंट आ रहे हैं। यहां के नोडल पदाधिकारी डॉ संजीव कुमार ने बताया कि यहां कोरोना पेशेंट के बेहतर उपचार के लिए दस बेड सुरक्षित है। आवश्यकता पडऩे पर इसे बढ़ाया जा सकता है। इसके साथ ही यहां अत्याधुनिक मशीनें भी उपलब्ध है। हेल्थ केयर वर्कर भी पूरी तरह से अलर्ट हैं।

थ्री टी की रणनीति पर काम
राज्य सरकार की ओर से जारी आधिकारिक सूचना में बताया गया है कि ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे को लेकर सभी अलर्ट हैं। इसे लेकर एक बार फिर से थ्री टी की रणनीति पर काम किया जा रहा है। थ्री टीम में तीन बातें हैं- 'ट्रेसिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंटÓ। इसके लिए नए वैरिएंट को रोकने के प्रसार को रोकने के लिए प्रदेश स्तर पर जांच केन्द्रों की संख्या बढ़ा दी गई है।

टीम है मुस्तैद
ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए एयरपोर्ट पर भी विशेष व्यवस्था की गई है। यहां 'आशाÓ कार्यकत्र्ताओं की टीम गठित की गई है। यह टीम जांच को लेकर विदेश से आए लोगों की सूची तैयार कर रही है। रैंडमली जांच भी की जा रही है। जिस पैसेंजर के पास 72 घंटे की निगेटिव रिर्पोट नहीं है उनका आरटीपीसीआर टेस्ट कराना अनिवार्य है।

सोमवार को कोरोना जांच
- पटना जंक्शन - 416
- पटना एयरपोर्ट - 126
- पटना एम्स - 5121

एक हफ्ते में 10 एडमिट, दो मरे
एम्स पटना से मिली जानकारी के अनुसार एक दिसंबर से लेकर छह दिसंबर तक यहां कुल दस पेशेंट कोरोना पॉजिटिव एडमिट किए गए। जबकि इस अवधि में एडमिट दो पेशेंट की मौत हो चुकी है। इसमें दोनों पटना के पेशेंट है जिसमें एक नेहरू नगर निवासी 80 वर्षीय पुरूष और दूसरा 88 वर्षीय पुरूष बोरिंग रोड निवासी है। नोडल पदाधिकारी डॉ संजीव कुमार के अनुसार, सोमवार को यहां एक पेशेंट गोपालगंज और दूसरा भोजपुर का कोरोना पाजिटिव पेशेंट कोरोना वार्ड में एडमिट किया गया है। यहां औसतन एक से दो पेशेंट लगातार आ रहे हैं। सोमवार को कुल दो पेशेंट एडमिट थे।


यहां कोरोना के दो लहर के दौरान कोरोना के लिए मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर सुदृढ हुआ है। फिलहाल कोरोना उपचार के लिए सभी बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा यहां स्थापित लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट से दी जा रही है। - डॉ विनोद कुमार सिंह मेडिकल सुपरिटेंडेंट एनएमसीएच
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यहां कोरोना पेशेंट अभी भी आ रहे हैं। सभी अलर्ट मोड पर हैं। यदि केसेज बढ़ते हैं तो बेड़ की संख्या को बढ़ाया जा सकता है। यहां कोविड केयर के लिए सभी सुविधाएं हैं। - डॉ संजीव कुमार नोडल आफिसर एम्स पटना