- अचानक डिमांड बढ़ने से कई दवाएं होने लगीं आउट ऑफ स्टॉक

-जिंक और विटामिन सी की सबसे ज्यादा डिमांड

- मरीज के परिजन दवा के लिए भटक रहे

PATNA : पटना में कोरोना का संक्रमण फैलने के साथ ही दवाओं की भी किल्लत होने लगी है। लोगों डर की वजह से एडवांस में ही कोरोना की दवा खरीदने लगे हैं। बाजार में दवा की कमी होने से लोगों को भटकना पड़ रहा है। अधिकांश लोगों को दवा की थोक मंडी गोविंद मित्रा रोड भी भटकना पड़ रहा है। दवा के खुदरा दुकानदारों का कहना है कि पिछले तीन से चार दिनों में कोरोना की दवा की मांग अचानक बढ़ गई है। इस वजह से कुछ दवाएं थोक बाजार में भी सीमित मात्रा में मिल रही है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने कई दवा दुकानदारों से बातचीत को तो खुलासा हुआ कि सबसे ज्यादा जिंक, आइवरमैक्टीन-12, विटामिन सी, डॉक्सीवन, डोलो 650, सेलिन, बेटाडिन गार्गेल सहित कई दवाओं की बिक्री बढ़ी है। दुकानदारों ने बताया कि अचानक डिमांड ज्यादा होने से कुछ दवाओं की कीमत भी थोक बाजार में बढ़ गई है।

सुबह शाम उमड़ रही भीड़

राजीव नगर, केसरी नगर, एजी कॉलोनी, पाटलिपुत्र कॉलोनी, बोरिंग रोड सहित कई इलाकों में दवा की खूब बिक्री हो रही है। दुकानदारों का कहना है कि सुबह और शाम दवा खरीदने वालों की खूब भीड़ हो रही है। मना करने के बावजूद लोग सोशल डिस्टेंसिंग तक का पालन नहीं करते हैं।

हर दिन स्टॉक खत्म

राजीव नगर स्थित दवा दुकानदार संजीत ने बताया कि खरीदारी इतनी हो रही है कि हर दिन दवा का स्टॉक खत्म हो जा रहा है। उन्होंने बताया रात में तीन लाख रुपए से ज्यादा की दवा मंगाते है। अगले दिन शाम होते-होते सभी दवाएं बिक जा रही हैं। उन्होंने बताया यह स्थिति पिछले चार से पांच दिनों से है।

जमा कर रहे दवा

दुकानदारों का कहना है कोरोना को लेकर लोगों में दहशत है। उन्होंने बताया कि जिस रफ्तार से पटना में कोरोना संक्रमण के पेशेंट बढ़ रहे हैं। उससे लगता है कि हर घर में कोरोना संक्रमित हैं। लोग कोरोना की दवा खरीदकर अपने घरों में जमा कर रहे हैं। दवा दुकानदार संजीत ने बताया कि लोग डॉक्टर का पर्चा लिए बिना भी आ रहे हैं। लोग कोरोना की दवा पूछकर काफी संख्या में खरीद रहे हैं। दवा दुकानदारों का कहना है कि जिंक और विटामिन सी की खूब बिक्री होने लगी है। लोग जिंक और विटामिन सी को भारी संख्या में खरीद रहे हैं।

जिंकोविट की बढ़ी कीमत

दवा दुकानदारों ने बताया कि जिंकोविट की डिमांड बढ़ने से थोक मार्केट में भी इसकी कमी होने लगी है। उन्होंने बताया थोक मार्केट में इसकी कीमत में लगभग 40 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी हुई है। पहले जिंकोविट का एक डिब्बा 750 रुपए में मिलता था। अब वहीं डिब्बा 1050 रुपए में मिल रहा है।

इन दवाओं की बढ़ी डिमांड

-एजिथ्रोमाइसिन

- विटामिन सी

- विटामिन डी

- एवरमैक्टीन 12 एमजी

- बेटाडिन गार्गेल

- डॉक्सी वन

- कालपोल

- डोलो 650 एमजी

- जिंकोविट

- सेलिन

ये दवा नहीं मिल रही

-रेमडेसिवीर

- फेबी फ्लू

- फैवलपिरविर

- बेटाडिन गार्गेल

- एवरमैक्टीन 12 एमजी

अचानक मांग बढ़ने से दवा की सप्लाई कम हो गई है। पूरी व्यवस्था की निगरानी राज्य औषधि नियंत्रक को दे दी गई है।

-रविंद्र कुमार, ड्रग कंट्रोलर, बिहार