रख दी निशाने पर जान

हालांकि शेर तो आजाद हो गया, पर इमरान जरूर जिंदगी से आजाद होते-होते बच गया। इमरान के बेतुके हरकत के कारण शनिवार को जू का माहौल गहमा-गहमी भरा रहा। पटना जू के डायरेक्टर एस चंद्रशेखरन ने बताया कि जू में ईद और वीकेंड के कारण काफी रश था। सुबह करीब 11 बजे जू घूमने आया इमरान अचानक शेर के इंक्लोजर में कूद गया।

उसे रेस्क्यू कर लिया गया

शेर ने इमरान पर हमला बोला ही था कि जू के गार्ड की अलर्टनेस की वजह से उसे रेस्क्यू कर लिया गया, वरना इस हादसे में उसकी जान भी जा सकती थी। उन्होंने बताया कि इमरान अकेले ही पटना जू घूमने आया था। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि वह कुछ हेरोइक काम करना चाहता हो और बगैर सोचे-समझे शेर के सामने कूद गया हो। ऐसा भी हो सकता है कि वह मेंटली अनस्टेबल हो। वैसे उसके मेंटल हेल्थ के बारे में डॉक्टर ही एक्जामिन करके ठीक से बता पाएंगे। फिलहाल उसे शास्त्री नगर स्थित जेपी हॉस्पीटल में एडमिट कर दिया गया है।

चौथी बार हुआ है ऐसा हादसा

चन्द्रशेखरन ने बताया कि जैसा स्टाफ से पता लगा है यह चौथी बार है जब कोई विजिटर शेर के इंक्लोजर में कूदा है। उनसे यह पूछने पर कि शेर और विजिटर्स के बीच सिक्योरिटी के लिहाज से गैप पर्याप्त है? उनका कहना था कि यह टाइम टेस्टेड है, पर सेंट्रल जू के नॉम्र्स के अकार्डिंग यह गैप क्या होना चाहिए और गैप बढ़ाने के लिए ट्रेंच की चौड़ाई और गहराई क्या होना चाहिए, इसका जवाब वे टाल गए। उन्होंने कहा कि वैसे तो वहां सिक्योरिटी पर्याप्त है, पर इस घटना के बाद हम वहां सिक्योरिटी और भी बढ़ा सकते हैं।

डंडे और शोर से भागा भूचाल

शेर के इंक्लोजर के सामने मौजूद गार्डो का कहना था कि सुबह सबकुछ किसी नॉर्मल डे की ही तरह था। इमरान को देखकर हमें उसके इंटेशन का अंदाजा भी नहीं था। देखने में तो वह नार्मल इंसान लग रहा था, पर किसे पता था कि इस तरह अपनी जान की परवाह किए बिना अचानक शेर के इंक्लोजर के अंदर कूद जाएगा। वह तेजी से जैसे ही इंक्लोजर में कूदा, भूचाल नामक शेर ने तुरंत उस पर हमला बोल दिया। उन्होंने बताया कि हमने तुरंत शोर मचाया और डंडा लेकर दौड़े तो भूचाल तेज आवाज से घबराकर अंदर भाग गया।

वो भी हो गया है डिस्टर्ब

पटना जू के डॉ अजीत कुमार ने बताया कि घटना के बाद शेर को अंदर बंद कर दिया गया। शेर ने एक तो ह्यूमन ब्लड टेस्ट कर लिया और वो भी अफरा-तफरी और शोरगुल से काफी डिस्टर्ब हो गया है, इसलिए आज इसे डिस्प्ले में नहीं रखा है। उसके नार्मल होते ही उसे डिस्प्ले के लिए इंक्लोजर में रखा जाएगा।

हैदराबाद से आया था भूचाल

डॉ अजीत कुमार ने बताया कि 2011 में 10-12 अगस्त को भूचाल हैदराबाद जू से लाया गया था। अभी वह साढ़े पांच साल का है। जू में शेरों के बढ़ते नम्बर को देखते हुए नया इंक्लोजर बनाया जा रहा है, जिसमें चारो ओर से लोहे के तार की जाली लगी है।

खतरे से बाहर है इमरान

इमरान का ट्रीटमेंट कर रहे डॉक्टर एचएन दिवाकर का कहना है कि उसके पूरे शरीर में मल्टीपल स्क्रैचेज लगे हैं। शेर ने पंजा मारा है, पर घाव गहरे नहीं हैं। उसके दाहिने एड़ी में स्वेलिंग दिख रही है, पर फ्रैक्चर है या नहीं, यह एक्सरे के बाद ही बताया जा सकता है। हालांकि अभी वो नार्मल है और खतरे से बाहर है।  

इसे जानवरों से डर नहीं लगता

खुद को एनिमल लवर बताने वाले इमरान ने हॉस्पीटल में बताया कि वह औरंगाबाद के दाउद नगर निवासी रिजवान खान का बेटा है। वह औरंगाबाद से पटना स्वतंत्रता दिवस के पहले शेर को आजाद कराने के लिए आया था। उसे जानवरों से डर नहीं लगता और जानवर भी उसे मार नहीं सकते। डॉक्टर्स का कहना है कि इमरान नार्मल बात करते-करते अचानक टॉपिक चेंज कर देता है, फिर भी मेंटल हेल्थ चेक किए बिना कुछ नहीं कहा जा सकता।

यह साइकोसिस का सिम्प्टम है

साइकियाट्रिस्ट डॉ। अमित कुमार सिंह ने बताया कि यह साइकोसिस का सिम्प्टम है, जिसमें पेशेंट के अंदर कंप्लीट डिनायल होता है। यह सच्चाई को मानने से इंकार करता है और बहकी-बहकी इंपॉसिबल-सी लगने वाली बातें करता है। उसके अंदर इनसाइट नहीं होती। उसे अपने सराउडिंग के बारे में भी पता नहीं होता। वह सोचता है कि उसके साथ कुछ बुरा नहीं हुआ है और उसने जो किया है, उसमें कोई बुराई नहीं है। ऐसे लोगों के मन में पहले से ही कुछ चल रहा होता है और अचानक उनके अंदर कुछ भी कर गुजरने का इम्पल्स आ जाता है।