PATNA : मुंबई में क्वारंटीन किए गए पटना के सिटी एसपी विनय तिवारी शुक्रवार रात करीब 11:45 बजे मुंबई से पटना पहुंचे। एयरपोर्ट पर वे मीडिया से बचते हुए नजर आए। हालांकि जाते-जाते उन्होंने कहा कि अगर समय मिलता तो केस में और बेहतर तरीके से सबूत जुटाते। पटना एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद वे गाड़ी में बैठकर निकल गए।

एयरपोर्ट पर उन्हें डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय खुद रिसिव करने पहुंचे थे। इससे पहले उन्हें क्वारंटीन से मुक्त करने के लिए गुरुवार को बिहार पुलिस की तरफ से बीएमसी को दोबारा लेटर ोजा गया। इसके बाद बीएमसी ने एसपी विनय तिवारी को क्वारंटीन से मुक्त किया। पटना पहुंचने के बाद उन्होंने कहा कि मुंबई में बीएमसी ने मुझे नहीं सुशांत डेथ केस में चल रही जांच को क्वारंटीन कर दिया था। उन्होंने बताया कि बीएमसी की वजह से जांच की स्पीड काफी कम हो गई। जैसे ही मैं मुंबई पहुंचा जांच को प्रावित किया जाने लगा। जिस स्पीड से जांच होने की उमीद थी वैसा नहीं हो पाई।

जांच से रोका

विनय ने कहा कि मुंबई में बिहार पुलिस को जांच करने से रोका गया यह एक अफसोसजनक बात है। मैं नियमों के तहत मुंबई आया था, लेकिन मुझे जबरन क्वारंटीन किया गया। मुंबई में जो कुछ हुआ उससे हमारी जांच प्रभावित हुई।

जबरन किया था क्वारंटीन

पिछले सप्ताह शनिवार को विनय तिवारी सुशांत मौत मामले की जांच करने के लिए मुंबई पहुंचे थे। वहां पहले से मौजूद अपनी टीम के साथ मीटिंग की थी। वह दिशा सालियान के मामले की जांच करने जा ही रहे थे कि उन्हें क्वारंटीन कर दिया था।

महत्वपूर्ण साबित होगी केस डायरी

सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले की जांच करने के बाद पटना पुलिस की एसआईटी वापस लौट आई है। अधिकारियों से मिलने के बाद एसआईटी के सदस्य अब केस डायरी तैयार करने में जुट गए है। सूत्रों का कहना है कि केस डायरी में रिया चक्रवर्ती पर ाी विशेष टिप्पणी कर सकती है। एसआईटी द्वारा तैयार केस डायरी सीबीआई जांच में महत्वपूर्ण साबित होगी। बिहार पुलिस केस डायरी सीबीआई को सौंपने की ाी प्लानिंग कर रही है। उनका कहना है कि केस डायरी के आधार पर जांच करने में आसानी होगी। हालांकि, यह सीबीआई पर र्निार करता है कि वह तैयार की गई जांच रिपोर्ट पर विश्वास करती है या नहीं।

आईओ की ाूमिका अहम

केस डायरी तैयार करने में आईओ की ाूमिका महत्वपूर्ण होती है। डॉक्यूमेंटेशन से लेकर केस डायरी लिाने में आईओ की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। सूत्रों का कहना है कि आईजी ने टीम को सबूतों के साथ रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है, ताकि जांच रिपोर्ट में कोई कमी न रहे।

10 लोगों के बयान दर्ज

आईजी संजय सिंह ने बताया कि मुंबई जांच करने गई एसआईटी ने 10 से ज्यादा लोगों के बयान दर्ज किए। सुशांत का बैंक डिटेल, कॉल डिटेल, एफएसएल रिपोर्ट, बिसरा रिपोर्ट मिली। घटना के बाद की वीडियोग्राफी नहीं मिल पाई। इस आधार पर केस डायरी तैयार की जा रही है।

सुशांत के रुपए हड़पना था रिया का मकसद

सुशांत सिंह राजपूत केस में शुक्रवार को बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर किया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हलफनामा में बिहार सरकार ने स्पष्ट किया है कि रिया चक्रवर्ती का मकसद सुशांत सिंह राजपूत के रुपयों को हड़पना था। रुपए हड़पने की साजिश में रिया के साथ उसका पूरा परिवार भी शामिल है। सुशांत सिंह की मानसिक बीमारी की कहानी ाी रिया ने परिवार के साथ मिलकर जानबूझ कर गढ़ी है।

इसलिए सीबीआई जांच जरूरी

मुंबई में पटना पुलिस की स्पेशल टीम ने सुशांत मामले की जांच की थी। जांच के दौरान टीम को कई अहम सबूत मिले थे। पुलिस की स्पेशल टीम की रिपोर्ट एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा की तरफ से राज्य सरकार को सौंपी गई। रिपोर्ट के आधार पर सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर किया गया। हलफनामे में बताया गया कि रिया चक्रवर्ती सुशांत को अपने घर ले गई और उन्हें दवा का ओवरडोज देना शुरू कर दिया था। वह सुशांत के रुपयों को हड़पना चाहती थी। सुप्रीम कोर्ट को बताया गया है कि सुराग भारत में कई स्थानों पर बिखरे हुए हैं। इसलिए सुशांत की रहस्यमय मौत के लिए सीबीआई की जांच जरूरी है।

पुलिस सूत्रों की मानें तो जो सुबूत हैं उससे रिया की पोल खुल जाएगी। रिया का साथ देने वालों का बचना भी मुश्किल है।