-सीएम नीतीश कुमार ने 1359.27 करोड़ की 32781 योजनाओं का किया शिलान्यास

PATNA: जलवायु परिवर्तन के असर को कम करने के लिए बिहार में शुरू जल-जीवन-हरियाली अभियान देश के लिए उदाहरण बनेगा। आज न कल देश स्तर पर यह अभियान किसी न किसी स्वरूप में अवश्य आरंभ होगा। यह बातें सीएम नीतीश कुमार ने शनिवार को कही। वे ज्ञान भवन में जल-जीवन-हरियाली अभियान को शुभारंभ करते हुए बोल रहे थे। सीएम ने इसे लेकर 1359.27 करोड़ की लागत से 32781 योजनाओं का शिलान्यास किया। इसके अतिरिक्त 291.28 करोड़ की लागत से पूरी हुई 2391 योजनाओं का उद्घाटन भी किया।

हरियाली रहेगी तभी वर्षा होगी

सीएम ने कहा कि हमें जलवायु परिवर्तन से जूझने के लिए शुरू किए गए काम को तेजी से करना है। हरियाली रहेगी तभी समय पर वर्षा होगी। यह काम मिशन मोड में हो रहा है। सीएम ने कहा कि जलवायु परिवर्तन दुनिया भर की समस्या है। बिहार के लोग ऐसी गतिविधि में शामिल नहीं है कि जिससे जलवायु में परिवर्तन हो, फिर भी पिछले कई वर्षों से बिहार में इसका असर दिख रहा है। बिहार में हरित आवरण 15 प्रतिशत तक करने के लक्ष्य को लगभग हासिल कर लिया गया है। हरित आवरण की भी एक सीमा है। हम इसे अधिकतम 17 प्रतिशत तक कर सकते हैं।

चार जगहों पर गुणवत्ता मापक यंत्र

डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने शनिवार को कहा कि 30 नवंबर तक पटना में चार नए जगहों पर वायु गुणवत्ता मापक यंत्र काम करने लगेंगे। इसके तहत बेली रोड में आईजीआईएमएस, इको पार्क, सगुना मोड़ और अशोक राजपथ में एनआईटी के पास हवा की गुणवत्ता को मापने वाला यंत्र लगाया जाएगा। वर्तमान में केवल तारामंडल के समीप यह मशीन है। ज्ञान भवन में जल-जीवन-हरियाली अभियान से संबंधित योजनाओं के शिलान्यास व उद्घाटन कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार कांवर झील, बरैला झील व कुशेश्वर झील के पुनरुद्धार का काम आरंभ करेगी।

उपमुख्यमंत्री ने भी की इलेक्ट्रिक वाहन की सवारी

छोटी दिवाली और 'जल जीवन हरियाली' अभियान के शुभारंभ के मौके पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने प्रदूषण के मद्देनजर इलेक्ट्रिक वाहन की सवारी शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री कुछ माह पहले से इलेक्ट्रिक वाहन का प्रयोग कर रहे हैं।

10.5 लाख कीमत की यह गाड़ी बिहार सरकार ने भारत सरकार के उपक्रम मैम्स कम्पनी से 5 साल की लीज पर ली है। बिजली से 3 घंटे में एक बार चार्ज करने पर यह गाड़ी 110 किमी चलती है।

मालूम हो कि बिहार विधान सभा के अध्यक्ष, विधान परिषद के सभापति, मुख्य सचिव व अन्य के उपयोग के लिए ऐसी 9 गाडि़यां बिहार सरकार ने लीज पर ली है। प्रदूषण के कुप्रभाव से बचने के लिए पेट्रोल व डीजल की जगह इलेक्ट्रिक व सीएनजी वाहनों को सरकार प्रोत्साहित कर रही है। बढ़ते वायु व ध्वनि प्रदूषण की चुनौतियों से निबटने में इलेक्ट्रिक, बैट्री व सीएनजी चालित वाहन कारगर साबित होंगे।