पटना (ब्यूरो)। गाभतल मोहल्ले में शुक्रवार की देर रात बरात में आए युवक की बाइक सवार अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपित फरार हो गए। मृतक की पहचान जहानाबाद के काको थानांतर्गत उतरसेढु निवासी अमित कुमार (28) के रूप में हुई है। वह शाहपुर थाना क्षेत्र से फिरौती के लिए अपहरण मामले में जेल जा चुका है। जेल से निकलने के बाद अमित रुकनपुरा इलाके में पत्नी मौसमी के साथ किराये के कमरे में रहता था। साथ ही बड़े पैमाने पर जमीन की खरीद-बिक्री का कारोबार कर रहा था। मौके से पुलिस ने दो कारतूस और दो खोखे बरामद किए हैं।

एफजेड-2255 बाइक की तलाश में जुटी पुलिस

बताया जाता है कि चौधराना रोड में आयोजित शादी समारोह में शामिल होने के लिए अमित दोस्त के साथ कार से आया था। गली के मोड़ पर उसने कार खड़ी कर दी। उसमें चालक के अलावा दो युवक और सवार थे, जिन्हें अमित व उसके दोस्त नहीं पहचानते थे। समारोह में खाना खाने के बाद अमित कार की तरफ पैदल बढ़ रहा था। तभी उसी समारोह में आए युवक ने कार तक छोडऩे के लिए उसे और उसके दोस्त को बाइक पर बिठा लिया। इस बीच पीछे से एफजेड से तीन अपराधी आए और अमित को नजदीक से पीठ व आंखों के उपर लालट में तीन गोलियां मार दीं। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो अपराधियों की पिस्टल से पहले चली दो गोलियां मिस-फायर हो गई थीं। गोली लगते ही अमित की बाइक के चालक ने नियंत्रण खो दिया और उस पर सवार तीनों युवक सड़क पर गिर गए। इस बीच हत्यारे भाग निकले। उनकी बाइक के रजिस्ट्रेशन नंबर के आखिरी चार अंक 2255 बताया जा रहा है।

दोस्त ने दी भाई को हत्या की खब

अमित के साथ बरात गए उसके दोस्त ने अभिषेक को काल कर भाई की हत्या की खबर दी। वहीं, कार से बरात में शरीक होने आए चालक समेत दो युवक फरार मिले। पुलिस उन दोनों की तलाश कर रही है। अभिषेक ने बताया कि अमित पर 28 मई 2021 को शाहपुर थाने में मठियापुर के शेखुचक निवासी सुधीर कुमार के पुत्र आयुष भारद्वाज के अपहरण का मामला दर्ज किया गया था। अमित और आयुष पुराने परिचित थे। जेल से छूटने के बाद अमित कभी गांव नहीं गया। उसने मौसमी से कोर्ट मैरिज किया था। हत्या की सूचना पर मौसमी विलाप करती थाने पहुंची। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि शुक्रवार की शाम अमित बाइक से दोस्तों के साथ निकला था।

बेउर जेल में रवि गोप की पिटाई हो सकती हत्या का कारण

अमित की हत्या के तार भी बेउर जेल से जुड़ते नजर आ रहे हैं। छानबीन में अमित के करीबी ने पुलिस को बताया कि हत्या, रंगदारी, लूट समेत कई मामलों के आरोपित रहे दीघा निवासी रवि गोप की करीब एक साल पहले अमित ने किसी बात को लेकर जेल में पिटाई की थी। तभी, रवि ने बाहर निकलने पर हत्या करने की धमकी दी थी। दोनों उस समय बेउर जेल में ही बंद थे। दिसंबर 2021 में अमित जमानत पर छूट गया था। इसके बाद रवि भी फर्जी तरीके से जमानत लेकर जेल से बाहर आ गया। पुलिस जब तक उसे गिरफ्तार कर पाती, तब तक मई 2022 में दानापुर के नासरीगंज चौकी के सामने नगर परिषद के उपाध्यक्ष दीपक मेहता की हत्या में रवि गोप और उसके भाई राजू राय की संलिप्तता सामने आ गई। राजू को तो पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, मगर रवि अब तक पुलिस के हाथ नहीं आया। थानाध्यक्ष ने बताया कि अमित हत्याकांड में भी रवि की तलाश जारी है।