-1144 लोगों की हो चुकी है काउंसलिंग, ज्वॉइनिंग नहीं होने से सरकारी अस्पतालों में हो रही है परेशानी

PATNA: कोरोना काल में लैब टेक्निशियनों की भारी कमी है। आरटी-पीसीआर से लेकर एटीजन किट तक सभी प्रकार की जांच के लिए लैब टेक्निशियन की ही जिम्मेदारी होती है। इनमें कई टेक्निशियन के संक्रमित होने के कारण भी जहां एक ओर पेंडिंग रिपोर्ट की संख्या लगातार बढ़ रही है वही सरकार लैब टेक्निशियन की बहाली को पांच साल से अधिक समय से दबाकर रखी है। लैब टेक्निशियन अब नियमित करने की मांग कर रहे है।

यह है मामला

स्वास्थ्य विभाग, राज्य सरकार ने 26 जून, 2015 को लैब टेक्निशियन के सैंक्संड 1772 पदों को भरने के लिए विज्ञापन निकाला था। विज्ञापन निकालने के बाद सरकार 5 वर्ष तक सही से अमल नहीं की। इसके बाद, अगस्त, 2020 में संविदा पर काम कर रहे प्रदेश भर के कर्मचारियों ने स्थायी बहाली के लिए तीन दिनों तक गांधी मैदान में प्रदर्शन किया था। बीते वर्ष 1772 पदों के विरुद्ध आए 1144 लोगों की काउंसलिंग पूरी की गई। इंटरव्यू भी हो गया। लेकिन ज्वॉइनिंग नहीं दी गई।

जान जोखिम में लेकर कर रहे काम

लैब टेक्निशियन फ्रंटलाइन वर्कर हैं। सबसे पहले कोरोना पेशेंट इनके पास ही जांच के लिए आते हैं। बिहार अनुबंधित लैब टेक्निशियन एवं पारामेडिकल कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुरजीत कुमार ने बताया कि हमलोग जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं। अब तक तीन दर्जन से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। इसमें एनएमसीएच, पीएमसीएच, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आदि जांच केन्द्रों पर कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि अब तक जांच का पूरा काम विभिन्न जिलो में तैनात संविदा पर काम कर रहे लैब टेक्निशियन के पास है। उन्होंने कहा कि बिना तैयारी के ही सरकार ने सब कुछ लैब हमलोगों के उपर छोड़ दिया है।

पंाच दिन में नहीं मिली रिपोर्ट

लैब कर्मियों के विभिन्न जांच सेंटरों में संक्रमित होने के कारण आरटीपीसीआर की जांच रिपोर्ट आने में चार से पांच दिनों का समय लग रहा है। बीते दस दिनों में एम्स, एनएससीएच और पीएमसीएच में लैब कर्मी संक्रमित हो चुके हैं। इससे पहले आरएमआरआई में भी पंाच -छह लैब टेक्निशियन संक्रमित हो चुके हैं। लेकिन इसके बावजूद किसी भी लैब में अतिरिक्त मैनपावर की व्यवस्था नहीं की है। इस बात को सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने स्वीकार किया है कि इनके संक्रमित होने के कारण जांच रिपोर्ट आने में बहुत समय लग रह है। पीएमसीएच में अब तक 20 अप्रैल के बाद की सैंपल रिपोर्ट नहीं मिली है।

सरकार से मांग है कि कोरोना की भीषण त्रासदी को देखते हुए इंटरव्यू के बाद मेरिट लिस्ट में आए 1144 लैब टेक्निशियनों की बहाली अविलंब की जाए। रिजल्ट का भी प्रकाशन किया जाए।

-सुरजीत कुमार, प्रदेश अध्यक्ष, बिहार अनुबंधित लैब टेक्निशियन एवं पारामेडिकल कर्मचारी संघ