पटना ब्‍यूरो। स्वदेशी धारणा और विरासत कला की खोज की ओर से चल रही धार्मिक नाट्य महोत्सव के तीसरे दिन सोमवार केशरी नगर स्थित बाला जी विष्णु मंदिर में नाटक उग्रसेन वध का मंचन किया गया। उदय कुमार सिंह निर्देशित
नाटक में दिखया गया कि कंस ने देवीकी और वासुदेव को बंदी बना लिया तो महाराज उग्रसेन ने कंस को आदेश दिया की देवी देवकी और वासुदेव को मुक्त किया जाय लेकिन कंस ने अपने मित्र वाणासुर और भाममुर की मदद से महाराज बनने की मनसा से महाराज उग्रसेन को बंदी बना लिया। उधर जेल में ही देवकी ने कृष्ण को जन्म दी जिसे वासुदेव ने रातों रात अपने बच्चे को नन्द के घर व नन्द के बच्ची को अपने पास ले आये।
-नृत्य पर झूमे श्रोता
नाटक के दूसरे दृश्य में राधा रानी व कृष्ण के नृत्य ने दर्शकों का मन मोह लिया। बड़े होकर कृष्ण ने कंस का वध कर अपने दिए वचन को पूरा किये, इस नाटक से ये संदेश मिलता है कि बुराई कितनी भी ताकतवर हो जाय पर जीत अच्छाई की ही होगी, नाटक में बुराई पर सत्य का विजय दिखाया गया हैं।

संस्था- स्वदेशी धारणा और विरासत कला की खोज।
डायरेक्टर - उदय कुमार सिंह
नाटककार- अनीता कुमारी

मंच पर
अनीता कुमारी, विवेक ओझा, दुर्गेश्वर विश्वकर्मा, प्रतिभा कुमारी, ज्योति कुमारी, जयराम कुमार, अमित रॉय, विक्की, संजय, अरविन्द, लक्की, प्रियंका, नैना, रूपा, दीप माला, आरती, अमन राज, सन्नी, भूपेंद्र, रिश। दिलीप।