पटना (ब्यूरो)।कवि के बहनोई राजू कुमार ने बताया कि घटना के बाद से परिवार बिल्कुल सदमें में है। कवि के पिता तो कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है। वहीं पुलिस का रवैया भी बेहद निराशाजनक है। कवि के मृत्यु के आठ दिन बाद भी आरोपी स्टंटबाज लड़कों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है।
कवि के परिवार ने कहा- पुलिस का रवैया संतोषजनक नहीं
कवि के बहनोई राजू कुमार ने बताया कि कवि ने अपना फर्द बयान पुलिस को दर्ज कराया था। कवि आरोपियों को पहचानता नहीं था। कॉलेज प्रशासन की ओर से एचडी सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराया गया है। जिसमें आरोपियों की साफ तस्वीर देखी जा सकती है। इसके बाद भी अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी न होना पुलिस के कार्यशैली पर सवाल खड़ा करती है।
अंकित का पिता बोल रहा हूं उसे माफ कर दीजिए
आप कवि के पिता बोल रहे हैं। मैं पटना से बोल रहा हंू। अंकित मेरा बेटा है। उससे गलती हो गई है। प्लीज उसे माफ कर दीजिए। यह फोन कवि के पिता के मोबाइल पर किया गया था। बहनोई राजू कुमार ने बताया कि यह फोन उस समय आया था। जब कवि जिंदा था। फोन करने वाले शख्स ने अपने आपको अंकित का पिता बताया था। वह केस वापस लेने के लिए कह रहे थे। फिर जब कवि की मौत हो गई। तो उनलोगों ने उस नंबर पर फोन किया था। लेकिन वह नंबर बंद आ रहा है। उक्त फोन नंबर के बारे में केस आईओ को पूरी डिटेल्स परिजनों ने उपलब्ध कराई है। अब पुलिस ने उस पर कितना कार्रवाई की है यह परिजनों को पता नहीं है।
पुलिस ने क्या की कार्रवाई
28 दिसंबर को घटना के बाद इस मामले में कवि कुमार ने अपना फर्द बयान पुलिस पदाधिकारी के समक्ष दर्ज कराया था। इसके पांच दिन बाद कवि की मौत हो जाती है। स्कॉर्पियो को पुलिस ने जब्त कर लिया था। लेकिन उसके ऑनर की पहचान शुरू में नहीं हो पाई थी। मामले में डीटीओ ऑफिस की ओर से पुलिस को जानकारी उपलब्ध करा दी गई है। स्कॉर्पियो सिसवाचक थाना पुनपुन के अमन कुमार सिंह के नाम से रजिस्टर है। पुलिस के अनुसार वह इस मामले में मालिक के सत्यापन करने के बाद रियल आरोपियों के पहचान में जुटी है। सीसीटीवी फुटेज से भी आरोपियों की पहचान की जा रही है।
वाहन मालिक अभी तक अरेस्ट क्यों नहीं
इस मामले में सवाल यह उठ रहे हैं कि वाहन मालिक को पुलिस अभी तक क्यों नहीं अरेस्ट कर रही है। जबकि उनकी पहचान हो चुकी है। वाहन मालिक से यह पता तो चल ही जायेगा कि उनका वाहन उस दिन कॉलेज कैम्पस में कौन चला रहा था। इसके अलावा कॉलेज रिकॉर्ड में युवकों के फोटो से सीसीटीवी फुटेज का मिलान कर भी उनकी पहचान की जा सकती थी। कॉलेज कैम्पस में एचडी गुणवत्ता का सीसीटीवी लगा है। जिसमें चेहरा से साफ तौर पर स्टंटबाज लड़कों की पहचान की जा सकती थी।
पांच दिन पुलिस ने बर्बाद किया
घटना 28 दिसंबर की है। उसके बाद प्रणव और उसका दोस्त कवि ने अपना फर्द बयान दिया था। कवि ने पुलिस को बताया था कि वह अगर देखेगा तब उन लड़कों की पहचान कर सकता है। इसके बाद पुलिस को पांच दिन समय मिला था। पुलिस इस बीच स्कॉर्पियो तो बरामद कर लेती है। लेकिन स्कॉर्पियो के आधार पर आरोपी लड़कों तक नहीं पहुंच पाती है। इस बीच पांचवें दिन कवि की मौत हो जाती है। जिसके बाद पुलिस ने इस केस को और भी जटिल बना दिया।
वर्जन
वाहन मालिक का नाम और पता मिल गया है। उसका सत्यापन किया जा रहा है। कॉलेज प्रशासन से भी स्टूडेंट का रिकॉर्ड चेक किया जा रहा है। जल्द ही पुलिस रियल आरोपियों को पकड़ लेगी.
वैभव शर्मा
पटना सेंट्रल एसपी
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पुलिस इस मामले के आरोपियों तक बस पहुंचने ही वाली है। जिस वाहन से घटना हुई थी उसके मालिक का पता चल गया है। हम उनसे जल्द ही पूछताछ करने वाले हैं। स्कॉर्पियो में चार से पांच की संख्या में लड़के थे। सभी की पहचान होने के बाद जल्द गिरफ्तारी होगी.
पलटू पासवान
केस आईओ, एसके पूरी थाना
बखरी में उठी 'जस्टिस फोर कविÓ की आवाज
- स्वामी विवेकानंद चौक से प्रारंभ होकर अंबेडकर चौक तक निकली प्रतिरोध सभा
पटना में कवि प्रकरण की आवाज बुलंद होकर अब बेगूसराय के बखरी तक पहुंच चुकी है। कवि कुमार मूलत: बखरी का रहने वाला था। जानकारी हो कि गत 28 दिसंबर को कॉलेज कैंपस में स्कार्पियो से रैश ड्राइविंग के पीडि़त कवि कुमार की मौत हो चुकी है। मामले के दोषी दरिंदों को सजा दिलाने की मांग को लेकर बखरी में स्वामी विवेकानंद चौक से प्रारंभ होकर आंबेडकर चौक तक निकली प्रतिरोध सभा का आयोजन किया गया। जस्टिस फॉर कवि अभियान के तहत यह आयोजन तैलिक वैश्य संघ के तत्वावधान में न्याय मार्च स्वामी विवेकानंद चौक से प्रारंभ होकर शहर के सभी मुख्य मार्गों का भ्रमण करते हुए अंबेडकर चौक पर प्रतिरोध सभा में तब्दील हो गया। मार्च में शामिल लोगों ने हाथों में कैंडल व तख्तियां लेकर मासूम छात्र कवि को न्याय, दोषियों को अविलंब गिरफ्तारी तथा पीङित परिजनों को न्याय दिलाने की मांग कर रहे थे.
दोषियों की गिरफ्तारी की मांग
प्रतिरोध सभा को संबोधित करते हुए भामाशाह विचार मंच के प्रदेश महामंत्री पूर्व पार्षद सिधेश आर्य ने कहा कि कवि कुमार मामले में एएन कॉलेज कैंपस की सीसी टीवी फुटेज यह बतलाने के लिए काफी है कैंपस उपद्रवियों से सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने सम्पूर्ण प्रकरण की निष्पक्ष जांच, दोषियों को अविलंब गिरफ्तारी तथा पीङित परिवार को पचास लाख रूपये मुआवजा की मांग की। न्याय मार्च का नेतृत्व तैलिक वैश्य संघ के निर्वतमान अध्यक्ष त्रिपुरारी साह, नव निर्वाचित अध्यक्ष अजय साह, निवर्तमान महामंत्री कन्हैयालाल साहु,मंत्री द्वय अरविंद साह व विकास कुमार,नव निर्वाचित महामंत्री हीरा कुमार साह व अन्य ने किया.
विधायक से की मुलाकात
कवि कुमार के मामले में दोषियों तक पहुंचने और उसके परिवार को न्याय दिलाने की मुहिम आगे बढ़ रही है। सोमवार को पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय छात्र अध्यक्ष अंकित सिंह राठौर, उपाध्यक्ष राहुल यादव, कमल रंजन के साथ बेगूसराय बखरी विधान सभा क्षेत्र के विधायक सूर्यकांत पासवान से मुलाकात की। संघ के प्रतिनिधियों ने मीटिंग के बाद बताया कि विधायक सूर्यकांत से मिलकर उसके परिवार वालों को सहयोग करने की मांग की गई है।