PATNA: जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने रविवार को कहा कि जब धर्म के आधार पर जनगणना हो सकती है जाकि पर क्यों नहीं? स्थानीय पटेल सेवा संघ भवन में अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा द्वारा सामाजिक परिवर्तन में जातिगत जनगणना की भूमिका विषय पर आयोजित सेमिनार में उन्होंने यह बात कही।

विकसित राष्ट्रों में भी यह व्यवस्था लागू

कुशवाहा ने जाति आधारित जनगणना के बिना समाज के सभी समुदाय के लोग एक पंक्ति में नहीं आ सकते हैं। सरकार द्वारा जनहित में चलाई जा रही योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए यह जरूरी है। समाज में भेदभाव को समाप्त करने के लिए भी जाति आधारित जनगणना आवश्यक है। पश्चिम के देशों में श्वेत-अश्वेत लोगों की गणना की जाती है। विकसित राष्ट्रों में यह व्यवस्था लागू है।

सर्वेश कटियार थे मौजूद

सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्वेश कटियार मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जदयू के प्रदेश सचिव हिमांशु पटेल ने की। पूर्व विधायक पूनम देवी, प्रदीप महतो, अरुण मांझी, संजय मेहता, भरत सिंह व शैलेंद्र सिंह मुखिया भी इस मौके पर मौजूद थे।