- शीशा व लोहा से जख्मी होने वाले मजदूरों का प्राथमिक उपचार तक नहीं

- अजीमाबाद व पटना सिटी अंचल के 20 वार्ड में 400 से अधिक दैनिक कर्मी लगाए गए

PATNA : नगर निगम के अजीमाबाद एवं पटना सिटी अंचल क्षेत्र के 20 वार्ड में नालों की सफाई के दौरान निगम का अमानवीय चेहरा सामने आ रहा है। छोटे-बड़े नालो में सफाई कर्मी नंगे पांव, बिना दस्ताना व मास्क पहने उतर रहे हैं। घंटों इसी तरह गंदगी में डूब कर नालों की सफाई करने को मजबूर हैं। इस दौरान नाला के अंदर का शीशा और लोहा गड़ने से उनका हाथ-पैर लहूलुहान हो रहा है। हद तो यह है कि जख्मी मजदूर का प्राथमिक उपचार तक नहीं किया जा रहा है। टिटनेस से सुरक्षा के लिए इंजेक्शन तक नहीं लगाया जाता है।

उदाहरण के तौर पर वार्ड 52 अंतर्गत आलमगंज में मुख्य सड़क अशोक राजपथ से सटे नाला की दोपहर में सफाई कर रहे एक सफाई कर्मी का पैर शीशा से कट गया। धार से खून बहने लगा। सफाई कार्य में लगे साथी कर्मियों ने जख्मी मजदूर को नाले से निकाल कर गंदे कपड़े से जख्म को साफ किया। अपने पैसे से खरीद कर मरहम पट्टी किया। पूछने पर कर्मियों ने बताया कि ऐसा हर क्षेत्र में हर दिन होता है। नाले की सफाई करने के लिए उन्हें बिना बूट, दस्ताना और मास्क के उतार दिया जाता है। मजदूरों ने बताया कि मास्क भी उन्होंने अपने पैसे से खरीदा है। कई अन्य इलाको में वस्तुस्थिति पता करने पर स्थानीय नागरिकों एवं पार्षदों ने यही जानकारी दी। इनका कहना था कि सफाई के दौरान एक मजदूर के जख्मी होने पर उसकी मदद में कई दूसरे मजदूर लग जाते हैं। ऐसे में कई घंटा यूं ही बीत जाता है। काम प्रभावित होता है। नगर निगम द्वारा सुरक्षित तरीके से नालों की सफाई करने एवं आवश्यकता पड़ने पर प्राथमिक उपचार की व्यवस्था न किए जाने से अमानवीय ²श्य हर दिन इन दोनों अंचलों में देखने को मिल रहा है।

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- सारी व्यवस्था उपलब्ध, इंस्पेक्टर दोषी

नगर निगम के पटना सिटी एवं अजीमाबाद अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया की नालों की सफाई में लगे मजदूरों एवं कर्मियों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक संसाधन क्षेत्रीय सफाई इंस्पेक्टर को उपलब्ध कराई गई है। किसी भी सफाई मजदूर को लॉन्ग बूट, दस्ताना और मास्क पहनकर ही नाला में उतारना है। प्राथमिक उपचार के लिए फ‌र्स्ट एड किट भी दिया गया है। टिटनस की सुई लगवाने से लेकर आवश्यकता पड़ने पर अस्पताल में इलाज कराने तक की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा की मजदूर के साथ अमानवीय व्यवहार करने के जिम्मेदार कर्मी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। श्री सिंह ने बताया कि क्षेत्रीय सफाई निरीक्षक की निगरानी मुख्य सफाई निरीक्षक और सभी की निगरानी नगर प्रबंधक करते हैं। सुरक्षा के मानकों का ध्यान रखते हुए सफाई कराने की जिम्मेदारी इन सभी की है।