पटना (ब्यूरो)। कोरोना के बाद अधिकतर लोग छोटी-छोटी बातों पर पल में धैर्य खो रहे हैं और एक-दूसरे पर हमलावर हो रहे हैं। घर से लेकर रोड तक ऐसी वारदातें देखने को मिल रही है। कहीं सिगरेट पीने से मना करने पर तो कहीं कार पार्क करने में कहासुनी होने पर जान ले रहे हैं। इसे लेकर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने साइकोलॉजिस्ट से की बात, आज आप भी पढि़ए विस्तृत रिपोर्ट

लोगों में सहनशीलता की कमी साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर नेहा बताती हैं कि लोगों में अब सेंटीमेंट भी कम हो गया है। लोगों में इन दिनों स्ट्रेस ज्यादा आ गया है, जिस वजह से वह आवेश में आकर छोटे-छोटे कारणों की वजह से बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।

टीवी का हो रहा असर
टीवी में आत्महत्या या कत्ल की खबर दिखती है, तो वह खास कर स्कूली स्टूडेंट्स पर बड़ा असर छोड़ती है, वे सोचने लगते हैं और उसी को दोहराने की योजना भी बनाने लगते हैं। इतना ही नहीं, मास मर्डर करने वालों में नकल करने की भी प्रवृत्ति होती है। वे उन लोगों के बारे में पढ़ते हैं, जिन्होंने मास मर्डर किए हैं, उन्हें अपना रोल मॉडल बना लेते हैं और उनसे भी बेहतर प्रदर्शन करने की ठान लेते हैं

जेनेटिक और नॉन-जेनेटिक कारण भी
एक रिसर्च में ढेरों जेनेटिक और नॉन-जेनेटिक कारकों का पता चला है जो ब्रेन के कार्य करने के तरीके को प्रभावित कर सकते हैं। वैज्ञानिकों ने इस बारे में बताया है कि सनकीपन अनुवांशिक कारकों से हो सकता है और नहीं भी हो सकता है। यह आसपास के वातावरण से जुड़ी स्थितियों पर निर्भर करता है। कि वो कैसे समाज और परिवार में पले-बढे हैं।

1. सिगरेट पीने से रोकने पर हत्या
बाढ़ में एनटीपीसी थाना क्षेत्र के रैली पंचायत अंतर्गत लक्ष्मीपुर गांव निवासी प्रमोद सिंह के 27 वर्षीय पुत्र मुकुल कुमार की बीते शनिवार हत्या कर दी गई। मुकुल अपने पंचायत के वार्ड संख्या दो का वार्ड सचिव भी था। साथ ही कोचिंग संस्थान चलाकर फैमिली का भरण-पोषण करता था। बताया जाता है कि उसकी हत्या गला दबाकर और ईंट पत्थर से प्रहार कर गई। मुकुल के चाचा राम विनय सिंह ने बताया कि दो-तीन दिन पहले परिवार के साथ मुकुल अपने गांव ऑटो से लौट रहा था। तभी गांव के ही कुछ बदमाश लड़के चलती ऑटो में सिगरेट पीने लगे। मुकुल के मना करने पर कहासुनी हुई और उसकी हत्या हो गई।

2. कार बैक करने में दामाद की हत्या
औरंगाबाद जिले के मुफस्सिल थाना के मंजुराही में 11 मई की रात फुफेरे साले रंजन कुमार के तिलक में पत्नी संग आए संजीत कुमार ङ्क्षसह (45) को गाड़ी आगे-पीछे करने के मामूली विवाद में पड़ोस के संतोष कुमार सिंह उर्फ बबलू सिंह ने पिस्टल से गोली मार दी। सदर अस्पताल से रेफर के बाद इलाज के लिए पटना ले जाने के दौरान रास्ते में मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने संतोष कुमार ङ्क्षसह को गिरफ्तार कर उसकी लाइसेंसी पिस्टल, तीन गोली व एक खोखा जब्त कर लिया। संजीत के रिश्तेदार मंजुराही के नागेंद्र कुमार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। तिलक चढऩे के बाद संजीत अपनी कार से घर लौट रहे थे। मंजुराही में ही कार आगे-पीछे करने को लेकर पड़ोस के संतोष ङ्क्षसह उर्फ बबलू ङ्क्षसह से विवाद हो गया। वह ताव में घर से लाइसेंसी पिस्टल लाकर संजीत को गोली मार दी।

3. बाइक-वैन की टक्कर में डबल मर्डर
सिवान में 7 अप्रैल 2022 को सुबह-सुबह मामूली विवाद में पिता पुत्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई। एक महिला भी घायल हो गई। दरअसल, सिवान थाना क्षेत्र में एक दिन पहले एक बाइक और पिकअप की टक्कर को लेकर हुई नोकझोंक के कारण अगली सुबह पिता-पुत्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जानकारी के अनुसार पैक्स अध्यक्ष कृष्णा दुबे के पिकअप चालक गांव के मकसूदन दुबे की बाइक में टक्कर मार दी थी और इसी विवाद में डबल मर्डर हो गया।

4. चिढ़ाने को लेकर बुजुर्ग की हत्या
24 अप्रैल 2022 को बिहार के नालंदा जिले में चिढ़ाने पर गाली देने से नाराज युवक ने पीट-पीटकर बुजुर्ग को अधमरा कर दिया। उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। 50 वर्षीय सीताराम पासवान की हत्या का आरोप सनी रजक पर लगा है। ग्रामीणों ने बताया कि सीताराम को कई लोग चिढ़ाते थे। सुबह-सुबह आरोपी सनी रजक ने सीताराम को चिढ़ा दिया, जिससे नाराज होकर वह गाली देने लगा। गुस्से में आग बबूला होकर बेरहमी से पिटाई कर उनकी हत्या कर दी।

5. मजाक करने पर मार डाला
आरा में मजाक-मजाक में अधेड़ की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महोली में हुई। मृतक 45 वर्षीय पुत्र अजय सिंह हैं। मृतक के रिलेटिव रविनाथ सिंह ने बताया कि गांव के ही कुछ युवक भतीजे अमित कुमार को 5 दिनों से हंसी-मजाक में गालियां दे रहे थे, जिसे लेकर सोमवार को विवाद हुआ। रात में जब अजय कुमार सिंह अपने बेटे के साथ छत पर सो रहे थे। तभी नशे में धुत आरोपी दरवाजे पर गाली-गलौज करने लगे। इसी बीच गोली मारकर हत्या कर दी गई।

6. पूर्वी चंपारण में नींबू के लिए हत्या
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के चैनपुर गांव में नींबू तोडऩे के विवाद में रिश्तों का खून कर दिया गया। महज नींबू तोडऩे जैसे मामूली विवाद में सास और 2 ननद ने मारपीट कर गला दबाकर बहू की हत्या कर डाली। महिला की पहचान काजल देवी 28 वर्षीय के तौर पर की गई है।

पड़ रहा इसका प्रभाव
-पिता के साथ अच्छे रिश्ते न होना। -ऐसे फैमिली में जन्म लेना जहां की आय बेहद कम हो।
-सामाजिक-आर्थिक स्थिति भी खराब हो।
-परिवार का एकजुट न रहना, टूट जाना।
-माता-पिता द्वारा बच्चे पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देना।
-अनुशासन के कठोर तरीकों का अनुभव करना।
-परिवार में अधिक लोगों की मौजूदगी (बड़ा परिवार)।
-आपराधिक इतिहास वाले भाई-बहन का होना।
-ऐसी मां जिनकी उम्र कम हो और जो हर वक्त तनावग्रस्त रहती हो।
-ईगो में रहना।
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क्या कहते हैं साइकोलॉजिस्ट
पहले जहां लोगों को फैमिली के महत्व और उसके बाउंडेशन के बारे में समझाया जाता था लेकिन अब वेस्टर्न कल्चर के तहत लोग न्यूक्लियर फैमिली पसंद कर रहे हैं। जिसमें माता-पिता बच्चे के अलावा चौथे व्यक्ति को लोग कम पसंद कर रहे हैं। पहले बड़ा परिवार हुआ करता था, जिसमें बड़ों के प्यार के साथ-साथ लड़ाई भी हुआ करती थी, फिर भी सभी के अंदर सहनशीलता होती थी। अब इसमें कमी आई है।
-डॉक्टर नेहा, साइकोलॉजिस्ट