- 20 को मनाया जाएगा दशमेश गुरु का प्रकाश पर्व

- तैयारी को लेकर डीएम ने अधिकारियों के साथ की मीटिंग

PATNA :

सिखों के दसवें गुरु गो¨वद सिंह जी महाराज के 354वें प्रकाशोत्सव पर उत्साह चरम पर है। पर्व को लेकर दसवें दिन रविवार प्रात:काल पांच बजे निकली प्रभातफेरी अशोक राजपथ होते दानापुर स्थित हांड़ी साहिब गुरुद्वारा पहुंची। पटना साहिब से लेकर दानापुर तक मार्ग 'जो बोले सो निहाल, सतश्री अकाल' से गूंजता रहा। प्रभातफेरी के इस सिलसिले का समापन 18 जनवरी को बड़ी प्रभातफेरी से होगा। 19 जनवरी की दोपहर गायघाट गुरुद्वारा से निकला नगर कीर्तन शाम को पटना साहिब पहुंचेगा। 20 जनवरी को प्रकाश पर्व का मुख्य समारोह मनाया जाएगा। समारोह को लेकर शहर का पुलिस-प्रशासन भी अलर्ट मोड में आ गया है। प्रकाशोत्सव के दौरान विधि-व्यवस्था बनाए रखने और कोरोना प्रोटोकॉल का ध्यान रखने के लिए पुलिस टीम भी मुस्तैद है। इसके लिए डीएम ने अधिकारियों के मीटिौंग भी की।

एक्शन मोड में रहें अधिकारी - डीएम

डीएम चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी उपेन्द्र शर्मा ने सभी संबंधित अधिकारियों की ब्रीफिंग के दौरान कहा कि 18 जनवरी से 20 जनवरी तक तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब में प्रकाशोत्सव को लेकर कोविड प्रोटेक्शन के साथ ही अधिकारी एकदम अर्लट मोड में रहें, ड्यूटी पर किसी तरह की कोताही बर्ताश्त नहीं की जाएगी। डीएम ने निर्धारित दायित्व का पूरी जवाबदेही से निष्पादन करने का निर्देश दिया गया।

10 हेल्प डेस्क है तैयार

श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा एवं सहायता के लिए पटना शहर स्थित विभिन्न रेलवे स्टेशनों यथा पाटलिपुत्र जंक्शन पटना जंक्शन राजेंद्र नगर टíमनल गुलजारबाग स्टेशन पटना साहिब पटना एयरपोर्ट एवं इन स्थलों से पटना सिटी की ओर जाने वाले महत्वपूर्ण मार्गो पर कुल 10 हेल्पडेस्क स्थापित किए गए हैं। हेल्प डेस्क पर प्रतिनियुक्त अधिकारियों एवं कíमयों को श्रद्धालुओं की सहायता एवं मार्गदर्शन करने का निर्देश दिया गया है। हेल्प डेस्क पर कार्यक्रम से संबंधित आवश्यक जानकारियां रखने एवं श्रद्धालुओं की पृच्छा की जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। प्रकाश उत्सव की निगरानी के लिए जिला कंट्रोल रूम के अतिरिक्त रामदेव महतो सामुदायिक भवन, मंगल तालाब पटना सिटी में कंट्रोल रूम, मेला कार्यालय कार्यरत है। इसके अतिरिक्त चौक थाना सहायक नियंत्रण कक्ष तथा तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब में अस्थायी नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। साथ ही पर्यटक सुविधा केंद्र कंगन घाट में अस्थाई थाना बनाए गए हैं।

7 जगहों पर क्विक रिस्पांस टीम

पूरे कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं विधि व्यवस्था संधारण हेतु दंडाधिकारी ,पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है इसके अतिरिक्त विशेष परिस्थिति से निपटने के लिए 7 स्थानों पर क्यूआरटी की व्यवस्था की गई है।

सुरक्षा एवं आकस्मिकता के मद्देनजर नदी में गश्ती करने का निर्देश एनडीआरएफ एसडीआरएफ को दिया गया है। इसके लिए पर्याप्त संख्या में एसडीआरएफ एनडीआरएफ एवं गोताखोरों की व्यवस्था की गई है।

सिविल सर्जन को निर्देश

सिविल सर्जन को इमरजेंसी से निपटने के लिए डॉक्टर, नर्स और दवा उपलब्ध रखने तथा अस्पतालों से समन्वय स्थापित करते हुए सुदृढ व्यवस्था रखने का निर्देश दिया गया है। श्रद्धालुओं के लिए मूलभूत सभी आवश्यकताओं यथा आवासन, साफ-सफाई, पेयजल, शौचालय, रोशनी, चिकित्सा व्यवस्था एवं सुरक्षा इत्यादि की पूर्ण व्यवस्था की गई है।