पटना (ब्यूरो)। कदाचार मुक्त परीक्षा कराने का दावा करने वाले बिहार बोर्ड में इस बार मैट्रिक की परीक्षा में पटना सहित पूरे राज्य से 413 स्टूडेंट्स कदाचार के लिए निष्कासित हुए है। ये हम नहीं बिहार बोर्ड से जारी डेटा कह रहा है। पहले दिन से से अंतिम दिन तक स्टूडेंट्स निष्कासित होते रहे। कई सेंटरों पर दूसरे के बदले परीक्षा देते हुए मुन्नाभाई भी पकड़े गए। ज्ञात हो कि एग्जाम शुरू होने से पहले सेंटरों पर पहले से तैनात जांच अधिकारी एंट्री देने से पहले भलीभांति जांच-पड़ताल करने के बाद ही सेंटर के मेन गेट पर एंट्री देते हैं बावजूद कदाचार के लिए सैकड़ों स्टूडेंट्स पकड़े गए पढि़ए विस्तृत रिपोर्ट

पकड़े गए 64 मुन्नाभाई
मैट्रिक परीक्षा में न सिर्फ नकल करते स्टूडेंट्स पकड़े गए हैं बल्कि दूसरे के बदले विभिन्न विषयों के एग्जाम देते राज्य भर से 64 मुन्नाभाई पकड़े गए है। इन मुन्ना भाइयों एफआईआर कर कानूनी कार्रवाई की गई। सबसे अधिक 19 मुन्ना भाई सुपौल से जहानाबाद से 10 मुन्ना भाई पकड़े गए। ऐसे में सवाल बिहार बोर्ड की व्यवस्था पर उठ रहा है वे एग्जाम से पूर्व किस तरह से जांच-पड़ताल किए हैं।